अखिल विश्व गायत्री परिवार केवलारी द्वारा 1 दिवसीय अंतः ऊर्जा जागरण मौन साधना शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें केवलारी सहित उगली, पलारी छिंदा नागा. घंसौर, अन्य विकासखंडों सिवनी, घंसौर, धनोरा, लखनादौन , छपारा आदि दूरदराज से भी भाई बहनों ने एवं विभिन्न उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस आयोजन में विभिन्न सामाजिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं – प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय , कामधेनु गौशाला, गायत्री पतंजलि योग समिति, प्रतिनिधि के भाई बहनों ने भाग लिया। और तन मन धन से इस आयोजन की सफलता के लिए सभी का सहयोग सराहनीय रहा।
गायत्री परिवार की मुख्य 7 आंदोलनों में से मुख्य धुरी साधना आंदोलन के अंतर्गत यह दिव्य आयोजन शान्तिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधि एवं मार्गदर्शन छिंदवाड़ा उपजोंन साधना प्रभारी मुख्य वक्ता श्री नरेंद्र हिंग्वे जी, देवेन्द्र नाखले मुख्य प्रबंध ट्रस्टी गायत्री शक्तिपीठ नरखेड द्वारा बहुत ही रोमांचकारी प्रयोग शाला का संचालन प्रातः 9 बजे से शाम 4 बजे तक जीवन के विभिन्न अत्यावश्यक और महत्वपूर्ण पक्षों को बहुत ही सरल एवं गुड़ रहस्य को आम भाषा के उदाहरण से सभी उम्र के साधकों को सहज व्यवहार में समझाने का प्रयास किया। रामायण, श्रीमद्भागवत गीता, श्रीमदभगवदगीता और सनातन के पुराण, नीति महाभारत आदि के वर्तमान परिपेक्ष्य में उद्गार प्रकट किए।
यह सम्पूर्ण आयोजन के अग्रज के रूप में गुरुदेव के अनन्य श्रद्धावान एवं गायत्री शक्तिपीठ केवलारी के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी श्री सुरेन्द्र साहू (छोटू भैया) के कुशल प्रबंधन में निर्बाध रूप से सम्पन्न हुआ।
इस आयोजन में लगभग 200 से अधिक साधकों ने भाग लिया। जिनका पंजीयन कर स्वल्पाहार एवं तिलक लगाकर स्वागत किया गया। तत्पश्चात मुख्य वक्ता श्री हिंग्वे जी ने सभी को मौन व्रत का संकल्प कराया, और सभी को मौन की शक्ति से उद्बोधन का शुभारम्भ कर प्रकाश डाला, इस आयोजन में युवाओं ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। एवं सभी गतिविधियों को उत्साह पूर्वक आत्मसात करने का प्रयास किया। श्री हिंग्वे जी ने परमपूज्य गरूदेव के द्वारा त्रिकाल संध्या साधना का भी अभ्यास कराया, इस युग के प्रखर साधक, युगनिर्माण योजन के श्रजेता, वेद मूर्ति, तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी से एवं योजना से सभी सम्मुख विराजित साधकों को अवगत कराया। श्री हिंग्वे जी ने 23 मई को होने जा रहे सम्पूर्ण भारत मे एक साथ 25 लाख घरों में होने वाले विराट गृहे – गृहे यज्ञ के लिए सभी से संकल्प कराया।
अंत मे सभी को ॐ के नाद के साथ मौन व्रत को विराम देकर कार्यक्रम को सम्मान समारोह के साथ कार्यक्रम में पधारे सभी प्रतिभाओं एवं गायत्री परिवार के वरिष्ठ जनों का सम्मान एवं सभी अतिथियों का श्री शिवराज राहंगडाले जी ने आभार व्यक्त कर पुनः सहयोग की अपेक्षा के साथ कार्यक्रम को समाप्त करने की घोषणा किया।
सम्मानित प्रतिभाओ के नाम –
अभय राहंगडाले (Pcs), डॉ सृजन साहू,(MBBS ) डॉ प्रफुल्ल टेम्भरे ( MBBS), कु मुनमुन राय,(12TH टॉपर) कु नमामि बोपचे,(95.7 % 10TH उत्कृष्ट प्रदर्शन) एवं युग संगीत वादक श्री अशोक जंघेला,श्री बसंत जंघेला जी आदि को सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में श्री राजेश सिंह बघेल गौशाला, , श्री गणेश लाल झारिया योग, श्री लक्ष्मण प्रसाद राय ,श्री परदेशी परते जी बरघाट से, श्री लखेरा जी, श्री नंदू चौकसे जी घंसौर से, श्री राजकुमार गोल्हानी सपत्नीक कहानी से, श्री अनिल सोनी सपत्नीक सिवनी से , श्री जवाहर चौधरी,श्री उमेद ठाकरे जी उगली से ,शिवकुमार विश्वकर्मा से ,आर एम विश्वकर्मा जी, पलारी से शिवचरण ठाकुर बिछुआ से स्थानीय ट्रस्टी श्री शिवशरण पाठक जी,श्री क्षीरसागर बाबू जी, श्री अमरचंद साहू, श्री शिवराज राहंगडाले, श्री गजेंद्र बोपचे , श्री विजय पटैया,जी श्री संदीप राय, श्री संजय चौरे जी, श्री संतोष नागोत्रा, श्री बालगोविंद पाठक, श्री अरविंद भैया, श्री राजाराम रैदास, मेहताब ठाकुर, श्री घेवरचंद अवधिया जी श्री संतोष राणा, श्री किशोर चौधरी, श्री राजेश चंदेल, श्री प्रीतम श्रीनाग जी, श्रीमती इमला बोपचे श्रीमती अनुशुईया साहू, श्रीमती लक्ष्मी चौरे जी, श्रीमती केशर चौधरी श्रीमती अर्चना झारिया श्रीमती रूपकुमारी ठाकुर, श्रीमती भारती पटले, श्रीमती रूखमणी टेम्भरे झिटर्रा उगली, श्रीमती लाता लखेरा, श्रीमती लक्ष्मी दुर्गाप्रसाद साहू, श्रीमती शशि नेतराम साहू आदि अनेक भाई बहनों की गरिमा मई उपस्थिति रही।