सिवनी-जिला अनोखी परंपरा आदिवासी सभ्यता के लिये जाना जाता है,
इसी क्रम में जिले की केवलारी तहसील के ग्राम पांजरा में हर साल मेघनाद मेले का आयोजन हुआ,
आस्था और मन्नतों से जुड़े इस मेले में मेघनाद के प्रतीक स्वरूप 60 फीट ऊँचा लकड़ी का स्तंभ लगाया गया जहाँ
आसपास के ग्राम क्षेत्रों से गाजे-बाजे के साथ झूमते – नाचते वीर पहुचे।
वीर हकड़े बिर-रे ओ-ओ-ओ कहते हुए आये और ऐसे वीर जो मन्नत पूर्ण करवाने आये थे वे 60 फीट ऊँचे मेघनाद की मचान पर चढ़कर उल्टे होकर घूमे, चक्कर पूरे होने पर वीर ऊपर से नीचे की ओर नारियल फेंककर अपना भार उतर सके,यह सिलसिला कई वर्षों से चला आ रहा है।