वर्तमान हालातों में मोदी जी के पक्ष में खुलकर बोलना व लिखना बेहद जरूरी हैं। अगर हम ऐसा नही कर पा रहे हैं, तब समझ लीजिये…हम उन देश विरोधी ताकतों के हाथो की कटपुतली बनते जा रहे हैं। जो साजिश के तहत मोदी सरकार, भारत व सनातन की छवि को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं।
इस षड़यंत्र में देश के विपक्षी दल ही नही, बल्कि वो विदेशी ताकतें भी पूरा जोर लगा रही हैं, जो भारत में मोदी सत्ता को हटाना चाहती हैं। इस कार्य के लिये विदेशी ताकतें अरबों रूपयों का फंड भारत में झोंक रही हैं। इस फंड का कुछ हिस्सा नकारात्मक खबरें दिखाने के लिये इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को जा रहा हैं।
कुछ हिस्सा नकारात्मक व प्लानटेड़ तस्वीरें छापने के लिये प्रिंट मीडिया को व कुछ हिस्सा मोदी सरकार के खिलाफ लेख लिखने वाले, अखबारों के कथित कॉलमकारों को दिया जा रहा हैं। वही आई.जी. सेल के जरिये, लाखों फर्जी अकांउट बनाकर सोशल मीडिया पर मोदी सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार करने पर भी मोटी रकम खर्च की जा रही हैं।
इस कथित खेल में फेसबुक व ट्विटर भी मोदी सरकार के खिलाफ अपनी भूमिका निभा रहे हैं। विदेशी मीडिया व वहां के पत्तलकारों को भी मोदी सरकार के खिलाफ, काम करने के लिये बड़ी रकम पंहुचाई जा रही हैं, ताकि अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर भी मोदी सरकार की छवि को धूमिल किया जा सके। अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर दिखाई जाने वाली, नदियों में बहने वाली लाशें इसी साजिश की एक कड़ी हैं।
मोदी जी की असली ताकत, देश की जनता के मन में बनी उनकी सकारात्मक छवि हैं, जो मोदी जी ने अपने श्रेष्ठ कार्यो से अर्जित की हैं। मोदी जी की इसी छवि को धूमिल करने के लिये षड़यंत्रकारी, लंबे समय से प्रयासरत हैं।
शाहीन बाग से लेकर JNU कांड व कथित किसान आंदोलन से भी जब बात नही बनी, तो षड़यंत्रकारी, महामारी की आपदा का हौव्वा बनाकर देश की जनता की जान लेने पर उतारू हो गये, और लाशों का व्यापार शुरू कर दिया।
अगर आप साजिशों को नही समझ पा रहे हैं, या समझकर भी अनदेखा कर रहे हैं, तब यकीन मानिये..आप कितने भी बड़े बुद्धिजीवी क्यों ना हो, आप षड़यंत्रकारीयों की छल-नीति का शिकार हो रहे हो। मोदी सरकार से दो-दो हाथ बाद में कर लीजियेगा…..ये वक्त षड़यंत्रकारीयों से देश की जनता व देश की संप्रभुता को बचाने का हैं।
अगर आप हमेशा इसी तरह देश विरोधियो के हाथो की कटपुतली बनते रहे, तो कोई भी अच्छा शासक कभी भारत देश का भला नही कर पायेगा।