
सिवनी-राज्य अध्यापक संघ के 22 साल के सतत संघर्ष के पश्चात अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति परिणाम स्वरूप मप्र के अध्यापक संवर्ग का शिक्षा विभाग में संविलयन किया गया।जिससे जिले सहित समस्त प्रदेश के अध्यपको में खुसी की लहर है। राज्य अधयापक संघ सिवनी के गजेंद्र सिंह बघेल ने जारी विज्ञप्ती में बताया कि मध्य प्रदेश सरकार ने अध्यपको का शिक्षा विभाग में संविलियन के प्रस्ताव पर केबिनेट में अपनी मोहर लगा दी है अनुमानित आँकड़े के अनुसार दो लाख से सैंतीस हजार अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन होगा सरकार ने आज हमारे घर का दरवाजा खोला है घर के अंदर रखी थाली में क्या-क्या परोसा गया है अर्थात शिक्षा विभाग की कितनी सेवा शर्तों का लाभ दिया है यह बात अब आगे के समय में सामने आएगी। फिलाहल 1994 के मृत केडर को पुनर्जीवित कर दिया गया है एवं सातवें वेतनमान की गणना 1 जनवरी 2016 से 30 जून 2018 तक काल्पनिक एवं 1 जनवरी 2018 से नगद सातवें वेतनमान का लाभ प्राप्त होगा। जिला अध्यक्ष विपनेश जैन ने सभी अधयापक साथियो को सुभकामनाये प्रेषित करते हुए कहा कि आज का दिन अध्यापक संघर्ष के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा। इस अवसर पर सभी राज्य अध्यापक संघ के राकेश दुबे,चित्तौड़ कुशराम,महफूज खान,परमानंद डहेरिया,फारुख खान,अशोक अवस्थी,चुनेंद्र विसेन,सुनील तिवारी, सुनील राय,सुनील पंवार,ब्रजमोहन सनोडिया,मुकेश नेमा,दीपक ठाकुर,रामकृष्ण दुबे,मोहन विश्वकर्मा,रतन राय,अवदेश वर्मा,वनवारी लाल चंद्रवंशी,पंकज तिवारी, पंकज सिरसम, सुरेन्द्र दुबे,ब्रजमोहन बघेल,गुमान बघेल,समसुन्न खान,संगीता पटले,कीर्ति डहेरिया,आरती पांडे आदि साथियों ने बहुत-बहुत बधाइयां एवं बहुत-बहुत शुभकामनाये प्रेषित की है।
