भूकंप के दौरान सतर्कता से जुड़ी कुछ जरूरी बातें, जरूर पढ़े और सबके साथ शेयर जरूर करें

SHUBHAM SHARMA
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Shubham Sharma – Indian Journalist & Media Personality | Shubham Sharma is a renowned Indian journalist and media personality. He is the Director of Khabar Arena...
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भूकंप के दौरान सतर्कता से जुड़ी कुछ जरूरी बातें, जरूर पढ़े और सबके साथ शेयर जरूर करें

भूकंप के दौरान सतर्कता से जुड़ी कुछ जरूरी बातें, जरूर पढ़े और सबके साथ शेयर जरूर करें.

भूकंप के दौरान सतर्कता से जुड़ी कुछ जरूरी बातें, जरूर पढ़े और सबके साथ शेयर जरूर करें

-अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं. यदि कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं.
-अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.
-अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें.
-अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न तो हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें.
-मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे कि बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें. अगर आपके पास कोई सीटी हो तो उसे बजाएं.
-कोई चारा न होने की स्थिति में ही शोर मचाएं. शोर मचाने से आपकी सांसों में दमघोंटू धूल और गर्द जा सकती है.
-अपने घर में हमेशा आपदा राहत किट तैयार रखें.

भूकंप आता कैसे है?

पृथ्वी की बाहरी सतह सात प्रमुख और कई छोटी पट्टियों में बंटी होती है. 50 से 100 किलोमीटर तक की मोटाई की ये परतें लगातार घूमती रहती हैं. इसके नीचे तरल पदार्थ लावा होता है और ये परतें (प्लेटें) इसी लावे पर तैरती रहती हैं और इनके टकराने से ऊर्जा निकलती है, जिसे भूकंप कहते हैं.

भारतीय उपमहाद्वीप को भूकंप के खतरे के लिहाज से सीसमिक जोन 2,3,4,5 जोन में बांटा गया है. पांचवा जोन सबसे ज्यादा खतरे वाला माना जाता है. पश्चिमी और केंद्रीय हिमालय क्षेत्र से जुड़े कश्मीर, पूर्वोत्तर और कच्छ का रण इस क्षेत्र में आते हैं.

कितनी देर तक आया भूकंप है खतरनाक?

सिवनी में भी पृथ्वी की गति में परिवर्तन के कारण ही भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि सिवनी 3.3 रिक्टर स्केल का भूकंप दर्ज किया गया. जो कि मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार ज्यादा खतरनाक नहीं होता है. वैज्ञानिकों ने भूकंप मापने के दो पैमाने बताए है, एक है भूकंप की तीव्रता यानी किस गति से भूकंप आया, और दूसरा है समय अंतराल अर्थात कितनी देर तक भूकंप आया. 

कितने समय अंतराल का भूकंप कितना हानिकारक?

1. वैज्ञानिकों के अनुसार अक्सर भूकंप 30 से 40 सेकंड का आता है. जो सामान्य और कम नुकसानदायक है
2. अगर यही भूकंप दो मिनट से ज्यादा तक आ गया, तो ये क्षेत्र को भयंकर नुकसान पहुंचा सकता है. 

कितने रिक्टर स्केल का भूकंप है कम खतरनाक? 

1. 6.0 से कम तीव्रता के भूकंप देश में 100 से ज्यादा बार दर्ज किए जाते है, जो 150 किलोमीटर के क्षेत्र को हानी पहुंचा सकता है. 
2. 6.0 से 6.9 की तीव्रता वाला भूकंप 160 किलोमीटर के दायरे में खतरनाक होता है. 
3. 7.0 से 7.9 की ताव्रता वाला भूकंप साल में औसतन 15 से 20 बार दर्ज किया जाता है. जो एक बड़े क्षेत्र को नुकसान पहुंचा सकता है. 
4. 8.0 से 8.9 की तीव्रता वाला भूकंप कई सौ किलोमीटर वाले क्षेत्र में भयंकर तबाही मचा सकता है. जो साल में मुश्किल से एक बार दर्ज किया जाता है. 
5. 9.0 से 9.9 हजारों किलोमीटर वाले क्षेत्र को बर्बाद करने के लिए काफी है. जो 15 से 20 सालों में एक बार देखने को मिलता है. 
6. दुनिया में आज तक 10 से ज्यादा तीव्रता वाला भूकंप आज तक दर्ज नहीं किया गया है. वैज्ञानिकों के अनुसार इस तीव्रता का भूकंप किसी छोटे देश को पूरी तरह तबाह कर सकता है. 

Web Title : Some important things related to vigilance during earthquake, must read and share with everyone

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Shubham Sharma – Indian Journalist & Media Personality | Shubham Sharma is a renowned Indian journalist and media personality. He is the Director of Khabar Arena Media & Network Pvt. Ltd. and the Founder of Khabar Satta, a leading news website established in 2017. With extensive experience in digital journalism, he has made a significant impact in the Indian media industry.
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