सिवनी: लोक शिक्षण संचालनालय, म.प्र., भोपाल के निर्देशन में 68वीं राज्य स्तरीय शालेय जिम्नास्टिक प्रतियोगिता का आयोजन 05 से 09 नवम्बर 2024 तक जिला उज्जैन में सफलतापूर्वक किया गया। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागियों ने भाग लिया। सिवनी जिले के स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से कुल 28 छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता में सिवनी के छात्रों की भागीदारी
इस प्रतियोगिता में सिवनी जिले के प्रतिभागियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने जिले का नाम रोशन किया। कुल 28 छात्र-छात्राओं ने प्रतियोगिता में भाग लिया, जिसमें से 09 प्रतिभावान छात्रों ने स्वर्ण पदक जीतकर जिले का गौरव बढ़ाया।
स्वर्ण पदक विजेताओं की सूची
- अशिर नागदेवे (उदय पब्लिक स्कूल)
- आर्यन सनोड़िया (उदय पब्लिक स्कूल)
- अस्तित्व साहू (सेंट फ्रांसिस स्कूल)
- परी साहू (सेंट फ्रांसिस स्कूल)
- रिमझिम सोनी (कन्या मठ स्कूल सिवनी)
- नम्रता यादव (कन्या मठ स्कूल सिवनी)
- आदि वैश्य (उत्कृष्ट विद्यालय)
- देवेश विश्वकर्मा (नेताजी सुभाष स्कूल)
- अनेक पंचेश्वर (मॉडर्न हायर सेकेंडरी स्कूल)
इन छात्रों ने कठिन परिश्रम और उत्कृष्ट कौशल का प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया।
कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन द्वारा सम्मानित
प्रतियोगिता में विजयी छात्रों को सिवनी जिले की कलेक्टर, सुश्री संस्कृति जैन, ने विशेष सम्मान दिया। उन्होंने स्वर्ण पदक विजेताओं को शील्ड भेंट की और सभी प्रतिभागियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। यह सम्मान समारोह छात्रों के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ जिले के अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।
प्रतियोगिता के पीछे का उद्देश्य
इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य छात्रों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना था। जिम्नास्टिक न केवल एक खेल है, बल्कि यह छात्रों को अनुशासन, संतुलन, और आत्मविश्वास विकसित करने में मदद करता है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएँ छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने और बड़े स्तर पर पहचान बनाने का मंच प्रदान करती हैं।
सिवनी जिले का गौरव
सिवनी जिले ने इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर यह सिद्ध कर दिया कि यहां के छात्र-छात्राएँ हर क्षेत्र में उत्कृष्ट हैं। छात्रों के इस प्रदर्शन ने जिले के स्कूल शिक्षा विभाग और उनके प्रशिक्षकों के प्रयासों को सराहा।
प्रशिक्षकों की भूमिका
इन सफलताओं के पीछे छात्रों के प्रशिक्षकों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। प्रशिक्षकों ने कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन के माध्यम से छात्रों को प्रतियोगिता के लिए तैयार किया। उनके प्रयासों से ही सिवनी जिले के छात्र राज्य स्तर पर अपनी पहचान बना सके।
अभिभावकों का योगदान
छात्रों की इस सफलता में उनके अभिभावकों का भी बड़ा योगदान है। उन्होंने अपने बच्चों को हर संभव सुविधा और प्रोत्साहन दिया, जिससे वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके।
भविष्य की उम्मीदें
सिवनी जिले के छात्रों ने यह साबित कर दिया है कि अगर सही मार्गदर्शन और मेहनत मिले, तो वे किसी भी क्षेत्र में शीर्ष स्थान हासिल कर सकते हैं। जिला प्रशासन और स्कूल शिक्षा विभाग से उम्मीद है कि वे भविष्य में भी ऐसे आयोजनों में छात्रों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेंगे और उनकी हरसंभव मदद करेंगे।