सिवनी। नगर पालिका सिवनी व नगर परिषद केवलारी में आज पालिका और परिषद् के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव होना है, आज चुनाव होते ही कुछ ही समय बाद परिणाम भी सामने आ जाएंगे और सारे लगाए जा रहे कयासों पर विराम लग जाएगा। आज सिवनी जिले को नगर पालिका और अध्यक्ष दोनों ही मिल जाएंगे.
नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए होने वाले निर्वाचन को लेकर कई पार्षद बैचेन हैं, कई पार्षद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचने के लिए लगातार ही एड़ीचोटी का जोर लगाते दिख रहे है।
सिवनी में 24 में 13 वार्डों में कांग्रेस हैं पार्षद
नगर पालिका सिवनी के कुल 24 वार्डों में से 13 वार्ड में कांग्रेस के पार्षद काबिज है, लेकिन कांग्रेस के पास बहुमत होने के बाद भी अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर असमंजस्य की स्थिति पार्षद चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही बनी हुई है, ज्यादा से ज्यादा पार्षदों को अपने खेमे में लाने के प्रयास हो रहे हैं।
कांग्रेस सतर्क: पार्षदों को रख रही एकजुट
अभी अभी ही भाजपा ने अपनी रणनीति से जिला पंचायत, जनपद पंचायत और दूसरी नगर परिषद में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव में खेल करते हुए नतीजो को अपने पक्ष में लाई है, उसे ही देखते हुए जिला कांग्रेस सतर्क हो चुकी है और सभी पार्षदों को एकजुट रखने के लिए लगातार कदम उठा रही है।
भाजपा की रणनीति करेगी खेल
हालाँकि कांग्रेस नगर पालिका सिवनी के अध्यक्ष पद के लिए किसी भी प्रकार की कोई चूक नहीं करना चाहती है, यहाँ भले ही भाजपा के पास सिर्फ 10 पार्षद है, लेकिन भाजपा पहले की तरह (भाजपा ने अपनी रणनीति से जिला पंचायत, जनपद पंचायत और दूसरी नगर परिषद में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव में खेल करते हुए नतीजो को अपने पक्ष में लाई थी) ही रणनीति बनाकर काम पर लग गयी है और अब वह अध्यक्ष उपाध्यक्ष की कुर्सी जीतने के लिए पूरी रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है, इस अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुनाव ,इस अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुनाव में एक निर्दलीय पार्षद की भूमिका भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
केवलारी में भाजपा की रणनीति पर लग सकता है ग्रहण
मतदाताओं ने केवलारी नगर परिषद में भाजपा को बहुमत दिलाया है, 15 वार्डो में से 9 वार्डो में भाजपा पार्षद ने अपना कब्ज़ा जमाया। हालाँकि एक समस्या भाजपा के लिए केवलारी में यह है कि अध्यक्ष पद अनारक्षित महिला होने के कारण यहां पर दावेदारों की संख्या अत्यधिक बढ़ी जिससे भाजपा उलझन में पड़ गई है।
नगर परिषद् केवलारी में पार्षदों के बीच अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद के लिए एक नाम पर सहमति बनाने की कोशिशें बहुत समय पहले से चल रही है, पर उसका कोई नतीजा सामने नहीं आया और इसे लेकर स्थिति असमंजस वाली ही बनी है
अध्यक्ष पद के दावेदार अन्य पार्षदों को अपने खेमे में लाने में जुटे हुए हैं, वहीं उपाध्यक्ष पद की दौड़ में भी कई पार्षद शामिल है, ऐसे में नगर परिषद केवलारी में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव रोचक रहने की उम्मीद है।केवलारी के दो वार्ड में कांग्रेस, दो में गोंडवाना व एक पर निर्दलीय पार्षद जीता है।