सिवनी। कोतवाली परिसर स्थित परिवार परामर्श केंद्र में 8 प्रकरण रखे गए थे जिनमें 3 प्रकरणों में समझौता हुआ। परिवार में परमाणु केंद्र में केंद्र प्रभारी ज्योति चौरसिया व काउंसलर में छिददी श्रीवास ने रूठे पति पत्नी को समझाइश दी।
यहां पहुंचे एक प्रकरण में पत्नी का कहना था कि पति उसको भूल जाए। शादी के 8 साल हुए है। पति दुकानदारी करता है, उनके बच्चे नहीं हैं। फिर भी पति-पत्नी का साथ निभा रहे थी।
किंतु इसी बीच पति के अन्य महिला से बातचीत शुरू हो गई थी। पत्नी को जब पता चला तो पति को दूसरी महिला से बातचीत करने को मना करने लगी। इसी बात पर दोनों का विवाद इतना बढ़ा कि बात तलाक तक पहुंच गई।
समझाइश की गई पति-पत्नी का कहना था कि पति इस महिला से बातचीत करना बंद कर दें तो साथ में रहेगी। पति मान गया और कहा कि अब अन्य महिला से बात नहीं करेगा। पत्नी को अच्छे से रखेगा। दोनों साथ-साथ जीवन यापन शांति ढंग से बिताना चाहते हैं। समझौता हुआ।
पति अच्छे से रखें – वहीं एक अन्य दूसरे प्रकरण में शादी के 3 साल हुए हैं, एक बच्ची है। पति बीमार रहता है। इलाज करवा रहा है। पत्नी साथ नहीं दे रही थी। मायके जाकर रहने लगी थी। पति का कहना था कि पत्नी का साथ चाहिए ताकि मेरा इलाज अच्छे से हो सके। इधर पत्नी का कहना था कि पति भरण पोषण पूरा करें। अच्छे से रखे। पति का साथ दूंगी। दोनों को समझाया गया। अब पति का साथ देगी। पत्नी-पति का समझौता हुआ।