सिवनी : सिवनी ज़िले के कुरे क्षेत्र अंतर्गत बावनथड़ी गांव के जंगलों में शुक्रवार को उस समय सनसनी फैल गई जब एक बाघ ने कथित रूप से एक किशोर लड़के पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इस दर्दनाक घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (NH-44) पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जो देर शाम तक जारी रहा।
पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनेश सिंह ने बताया कि मृतक किशोर की पहचान सुमित पांद्रे के रूप में हुई है, जिसकी उम्र लगभग 16 से 20 वर्ष बताई जा रही है। सुमित अपने गांव बावनथड़ी से मवेशी चराने के लिए जंगल गया था, तभी एक बाघ ने अचानक उस पर हमला कर दिया और उसकी जान ले ली।
घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने किया NH-44 जाम
इस भयावह हमले की खबर फैलते ही ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए और राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को जाम कर दिया, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम की स्थिति देर शाम तक बनी रही और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने की सुरक्षा की मांग
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि यह कोई पहली घटना नहीं है। वन विभाग की लापरवाही के चलते बाघ अक्सर आबादी वाले इलाकों में आ जाते हैं, जिससे ग्रामीणों की जान को खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने बाघ को तत्काल किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने और क्षेत्र में वन विभाग की गश्त बढ़ाने की मांग की।
4-5 घंटे चला विरोध प्रदर्शन, दिया गया आश्वासन
हालांकि, मौके पर पहुंचे प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बाघ को जल्द ही रेस्क्यू कर किसी अन्य स्थान पर भेजा जाएगा, इसके बावजूद प्रदर्शन लगभग 4 से 5 घंटे तक चलता रहा। इसके बाद प्रशासन के आश्वासन पर ग्रामीण शांत हुए और जाम हटाया गया।