सिवनी (मध्यप्रदेश) – सिवनी जिले में पुलिस ने नाबालिग बालिकाओं को बहला-फुसलाकर भगाने के दो अलग-अलग मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक सुश्री सिमाला प्रसाद के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक मिश्रा तथा नगर पुलिस अधीक्षक पूजा पांडेय के मार्गदर्शन में थाना डूण्डासिवनी पुलिस ने यह बड़ी सफलता हासिल की।
पहला मामला – नागपुर से बरामद हुई नाबालिग
3 जून 2025 को कोहका निवासी एक अभिभावक ने थाना डूण्डासिवनी में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी 16 वर्ष 11 माह की बेटी अचानक घर से गायब हो गई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए अपराध क्रमांक 250/25, धारा 137(2) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर पुलिस टीम को खोजबीन में लगाया गया।
तकनीकी निगरानी और सुराग के आधार पर 11 अगस्त 2025 को पता चला कि आरोपी सुजश डेहरिया (उम्र 23 वर्ष, निवासी कोहका) नाबालिग को शादी का झांसा देकर नागपुर ले गया है, जहां दोनों मजदूरी कर रहे थे। पुलिस ने दबिश देकर बालिका को सुरक्षित बरामद किया और परिजनों को सौंप दिया। आरोपी को पॉक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार कर अदालत पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
गौरतलब है कि सुजश डेहरिया पर पहले भी इसी तरह नाबालिग को भगाने का मामला दर्ज हो चुका है, जिसमें न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। पुलिस ने इस वारंट की तामील भी कराई है।
दूसरा मामला – गोंडी मोहल्ला से मिली बालिका
इसी दिन 11 अगस्त 2025 को छिड़िया निवासी एक अभिभावक ने थाना में रिपोर्ट दी कि उसकी नाबालिग बेटी घर से लापता है। इस पर अपराध क्रमांक 369/25, धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर पुलिस टीम गठित की गई।
तेज कार्रवाई करते हुए 12 अगस्त 2025 को पुलिस ने बालिका को गोंडी मोहल्ला, डूण्डासिवनी से सुरक्षित बरामद किया। जांच में पाया गया कि एक विधि उल्लंघनकारी बालक उसे लेकर गया था। किशोर न्याय बोर्ड में पेश करने के बाद उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया।
पुलिस की सतर्कता और सख्त रुख
थाना डूण्डासिवनी प्रभारी निरीक्षक सतीश तिवारी और उनकी टीम ने इन दोनों मामलों में तेजी से काम करते हुए न केवल नाबालिगों को सुरक्षित वापस लाया, बल्कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की। पुलिस ने साफ कहा है कि नाबालिगों को बहला-फुसलाकर ले जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।

