सिवनी, (Seoni News) धारनाकला: एक वर्ष से अटकी हुई है धारा 60 की जांच, जांच अधिकारी संदेह के घेरे में हैं. बरघाट जनपद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सहकारिता समिति आष्टा की जांच लगभग एक वर्ष से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी जांच अधिकारी द्वारा नहीं की जा रही है, इससे किसानों और जन प्रतिनिधियों में भारी आक्रोश हो रहा है।
जांच अधिकारी के द्वारा धारा 60 की जांच मिलने के बाद भी लगातार निष्क्रियता बरती जा रही है, जबकि शिकायतकर्ताओं द्वारा इस संदर्भ में अनेक बार उपयुक्त सहकारिता सिवनी से जांच और कार्रवाई की मांग की गई है।
इसके बावजूद, जांच अधिकारी द्वारा इसे लंबे समय तक टाला जा रहा है, जो समझ से परे है।
एक वर्ष पूर्व ही हो चुके थे जांच के आदेश
यह भी उल्लेखनीय है कि जांच के आदेश एक वर्ष पहले ही जारी हो चुके थे। उल्लेखनीय है कि समिति में व्याप्त अनियमितताओं, शासकीय राशि के दुरूपयोग, और मनमानी के खिलाफ किसानों और जन प्रतिनिधियों की तरफ से बड़ी संख्या में आपत्ति हो रही है।
लगभग एक वर्ष पहले, उपयुक्त कार्यालय सहकारिता सिवनी को इसके संदर्भ में जांच और कार्रवाई के लिए आवेदन किया गया था, जिसे उपयुक्त अखिलेश निगम द्वारा धारा 60 के तहत जांच और कार्रवाई के आदेश जारी किए गए थे।
लेकिन आज तक जांच अधिकारी द्वारा पूरी जांच नहीं की गई है, और न ही समिति में व्याप्त अनियमितताओं और शासकीय राशि के दुरूपयोग पर कोई कार्रवाई की गई है, जिससे जांच अधिकारी द्वारा बरती जा रही लापरवाही और देरी को बढ़ा रही है, जिससे इनकार नहीं किया जा सकता है।
वहीं, शिकायतकर्ता किसानों और जनपद सदस्यों रूपेद पटेल के द्वारा भी जांच और कार्रवाई में हो रही देरी के लिए आक्रोश व्यक्त किया गया है।
हो चुका है चक्काजाम
हो चुका है चक्काजाम। यह भी बताना जरूरी है कि समिति में व्याप्त अनियमितताओं, शासकीय राशि के दुरूपयोग, और मनमानी के खिलाफ किसानों और जन प्रतिनिधियों द्वारा सैकड़ों के संख्या में चक्काजाम किया जा चुका है।
पूर्व में पदस्थ उपयुक्त अखिलेश निगम द्वारा समिति प्रबंधक पर निलंबन की कार्रवाई भी की गई है, जो अब तक अमल में है, लेकिन समिति के व्याप्त अनियमितताओं और शासकीय राशि के दुरूपयोग मामले की जांच और कार्रवाई के मामले में विभाग को क्यों पशीने छूट रहे हैं, यह बात समझ से परे है।
इस संदर्भ में, जनपद सदस्य और किसानों द्वारा आरोप लगाया गया है कि समिति में भारी राशि का दुरूपयोग और फर्जी बिलों के माध्यम से समिति को लाखों रुपये की चपत लगाई गई है, जिसे निष्पक्ष रूप से जांच और कार्रवाई की जरूरत है, लेकिन उपयुक्त अखिलेश निगम के स्थानांतरण के बाद से उपयुक्त कार्यालय सहकारिता सिवनी से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, और न ही निष्पक्ष रूप से जांच समितियों से हो रही है।
समितियो से होना है लाखो की वसूली नोटिस तामिली तक ही सीमित रह गई वसूली
लाखों की वसूली नोटिस तमामी तक ही सीमित रह गई है। उल्लेखनीय है कि उपयुक्त अखिलेश निगम के स्थानांतरण के बाद से धान उपार्जन में भी अनियमितताएं और हजारों क्विंटल धान की कमी के मामले में कार्रवाई शून्य है।
जबकि शार्टेज राशि की वसूली के संदर्भ में उपयुक्त सहकारिता सिवनी से अनेक बार नोटिस जारी किए गए हैं, ठोस कार्रवाई अब तक सामने नहीं आई है, जबकि इस मामले में जिला कलेक्टर सिवनी द्वारा भी कार्रवाई और वसूली के आदेश उपयुक्त सहकारिता सिवनी को दिए गए हैं, लेकिन शार्टेज राशि की वसूली की कार्रवाई भी अब तक विभागीय तौर पर ठंडे बस्ते में है, जिससे किसानों से जुड़ी सहकारी समितियों की स्थिति दिनों-दिन दुखद हो रही है।
वहीं, जिनके साथ वसूली की जाने वाली है, वे लगातार चांदी पीट रहे हैं, लेकिन सहकारी समितियाँ गर्त में जा रही हैं, जिसमें सबसे ज्यादा चर्चित सहकारी समिति लालपुर है, जहां पर लाखों रुपये की वसूली के साथ एफ आई आर की कार्रवाई भी उपयुक्त कार्यालय सहकारिता सिवनी से जारी पत्र और नोटिस के बावजूद ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हो रही है। इस संदर्भ में, जिले के संवेदनशील जिला कलेक्टर को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। ऐसी आपकी अपेक्षा है।
इनका कहना। मेरे द्वारा अभी ही सिवनी का प्रभार लिया गया है इस सम्बध्द मे मेरे सज्ञान मे जानकारी नही है जानकारी लेकर जांच तथा कार्रवाई की जायेगी। पुष्पेन्द्र कुशवाहा उपायुक्त सहकारिता सिवनी