सिवनी । सरहद पर देश की सेवा में जिंदगी के 30 साल गुजारने के बाद जब एक जवान अपनी मातृभूमि पर लौटा तो गाँव और क्षेत्र के लोग उसके स्वागत में उमड़ पड़े।
देशभक्ति के नारों के बीच जब जवान पहुँचा तो उसका तिलक, फूल माला से स्वागत हुआ। जवान ने भी अपने अनुभव से युवाओं को भारत माता की सेवा, देश की सरहदों की रक्षा के लिये सेना में जाने की प्रेरणा दी।
मातृधाम बंघोड़ी ग्राम के निवासी स्व.काशीराम एवं माता गंगा बाई सनोडिया के पुत्र कुंजी लाल सनोडिया होनरी लेफ्टिनेंट की पोस्ट पर श्रीनगर में पदस्थ थे। उन्होंने देश सेवा में अपने जीवन काल के 30 वर्ष दिये। 31 दिसंबर को अपनी देश सेवा पूर्ण की और वे पद मुक्त होने के बाद शुक्रवार को अपनी जन्मभूमि सिवनी विकास खण्ड के ग्राम बंघोड़ी पहुँचे। ग्रामीणों द्वारा स्वागत के लिये उत्साह से तैयारी की गयी थी व जय हिंद, भारत माता की जय, वंदे मातरम के घोष का जोश ग्रामीणों में नज़र आया।
कर्त्तव्यनिष्ठा से देश की सेवा कर अपने गृहग्राम लौट रहे सेवा निवृत्त जवान मातृधाम चौक पहुँचे। वहाँ उनका इंतजार कर रहे स्नेेही स्वजन, परिवार एवं ग्रामीण व क्षेत्र वासियों ने उनका आत्मीय स्वागत अभिनंदन गर्म जोशी के साथ किया। मातृधाम चौक से समीप के होटल तक पैदल ढोल-बाजे के साथ जुलूस के रुप में पहुँचे। यहाँ उनकी सुपुत्री डॉ.कीर्ति सनोडिया, समाज के वरिष्ठजनों एवं पारीवारिक जनों ने स्वागत – सम्मान किया। सेना से सेवा पूरी कर लौटे लेफ्टिनेंट ने भी क्षेत्र वासियों से मिले सम्मान को अविस्मरणीय बताया और अपने क्षेत्र के अन्य युवाओं को भी देश सेवा के लिये सेना में जाने के लिये प्रेरित किया।