Seoni Railway Station News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM NARENDRA MODI) ने देशभर के 103 अमृत भारत रेलवे स्टेशनों का लोकार्पण करते हुए मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सिवनी (SEONI) जिले में स्थित रेलवे स्टेशन को नया जीवन प्रदान किया है।
सिवनी का यह स्टेशन अब न सिर्फ एक यात्रा का माध्यम है, बल्कि यह संस्कृति, परंपरा और प्रकृति की अनोखी झलक प्रस्तुत करता है। 14.46 करोड़ रुपये की लागत से बने इस स्टेशन को ‘द जंगल बुक’ के पात्र मोगली की थीम पर विकसित किया गया है, जिससे सिवनी को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलने की संभावना प्रबल हुई है।
सिवनी रेलवे स्टेशन: अब एक सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र
सिवनी रेलवे स्टेशन को अब सिर्फ एक ट्रांजिट प्वाइंट नहीं, बल्कि एक पर्यटन आकर्षण के रूप में देखा जाएगा। स्टेशन का पूरा ढांचा और डिज़ाइन स्थानीय आदिवासी संस्कृति, जैव विविधता, और पेंच टाइगर रिजर्व की महत्ता को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
पेंच टाइगर रिजर्व, जो रुडयार्ड किपलिंग की “द जंगल बुक” की प्रेरणा स्थली है, के पास स्थित यह स्टेशन आज एक थीम आधारित रेलवे हब बन चुका है।
बच्चों की कला और लोक संस्कृति का संगम
इस अवसर पर सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताते हुए कहा कि इस स्टेशन को खास बनाने में स्थानीय बच्चों की कला का विशेष योगदान रहा। उन्होंने “जंगल जंगल बात चली है…” गीत की थीम पर चित्रकारी कर स्टेशन की दीवारों को जीवंत कर दिया। इससे सिवनी को एक नयी पहचान मिली है और यह अब देशभर में चर्चा का विषय बन गया है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस नया स्टेशन
सिवनी रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है, जिससे यात्रियों को एक सुविधाजनक और सुरक्षित अनुभव मिलेगा।
प्रमुख सुविधाएँ:
- प्रवेश द्वार का विस्तार: यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्य गेट को चौड़ा और सुंदर बनाया गया है।
- नई पार्किंग सुविधा: दोपहिया और चारपहिया वाहनों के लिए व्यवस्थित पार्किंग का निर्माण।
- स्वचालित लिफ्ट और एस्केलेटर: बुजुर्ग और विकलांग यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए।
- वातानुकूलित प्रतीक्षालय: गर्मी और बरसात में आरामदायक इंतजार के लिए सुविधाजनक वेंटिलेशन।
- LED प्रकाश व्यवस्था: रात में उजाले के साथ ऊर्जा की बचत।
- सीसीटीवी कैमरे और हाई मास्ट लाइटिंग: सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली।
हरित क्षेत्र और जैव विविधता की झलक
रेलवे स्टेशन के परिसर में हरित क्षेत्र और बगीचों का भी विकास किया गया है। यहाँ लगाए गए पौधे और झाड़ियाँ न सिर्फ पर्यावरण की रक्षा करते हैं बल्कि स्टेशन को एक आकर्षक लुक भी प्रदान करते हैं। साथ ही पेंच टाइगर रिजर्व की प्रेरणा से टाइगर थीम आधारित भित्ति चित्र दीवारों को सजाते हैं, जो यात्रियों के लिए एक दृश्यात्मक अनुभव बनाता है।
विकास और परंपरा का संगम: रेलवे प्रबंधन की भूमिका
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता ने बताया कि सिवनी रेलवे स्टेशन का यह नया रूप विकास और परंपरा का अद्वितीय संगम है। इस परियोजना में स्थानीय कलाकारों, अभियंताओं और वास्तुविदों की रचनात्मक भूमिका रही है। उन्होंने स्थानीय पहचान को संरक्षित रखते हुए आधुनिक टेक्नोलॉजी का बेहतरीन उपयोग किया है।
सिवनी: जंगल बुक से लेकर पर्यटन हब तक का सफर
सिवनी जिला, जो वर्षों से केवल ‘द जंगल बुक’ के संदर्भ में जाना जाता था, अब एक राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है। सिवनी रेलवे स्टेशन का यह कायाकल्प ना केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय रोजगार, हस्तशिल्प, और शिक्षा क्षेत्र में भी योगदान करेगा।
यात्रियों के लिए सेल्फी प्वाइंट और इंफो सेंटर
स्टेशन पर यात्रियों के लिए सेल्फी पॉइंट्स, डिजिटल सूचना केंद्र, और इंटरैक्टिव डिस्प्ले बोर्ड्स लगाए गए हैं, जो न सिर्फ स्टेशन की जानकारी देंगे बल्कि सिवनी के इतिहास, संस्कृति और पर्यटन स्थलों की भी जानकारी प्रदान करेंगे।
स्वच्छता और सौंदर्य का ध्यान
रेलवे स्टेशन पर विशेष ध्यान स्वच्छता और सार्वजनिक सुविधाओं पर दिया गया है। स्टेशन में स्वच्छ शौचालय, डस्टबिन, साफ-सफाई के लिए स्मार्ट उपकरण और बायो टॉयलेट्स का निर्माण किया गया है। स्टेशन का वातावरण पूर्णत: पर्यावरण-अनुकूल और यात्री-मित्र बनाया गया है।
एक नई शुरुआत, एक नया सिवनी
सिवनी रेलवे स्टेशन का यह थीम आधारित परिवर्तन न सिर्फ मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए एक उदाहरण बन चुका है कि कैसे एक स्टेशन पर्यटन, संस्कृति, आधुनिकता और स्वच्छता का आदर्श बन सकता है।
यह पहल निश्चित ही स्थानीय जनता के गर्व, यात्रियों के अनुभव और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।