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सिवनी: किसानों के धान भुगतान में गरमाई राजनीति, कांग्रेस और भाजपा आमने सामने

By: SHUBHAM SHARMA

On: Sunday, April 30, 2023 7:23 PM

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सिवनी: किसानों के धान भुगतान में गरमाई राजनीति, कांग्रेस और भाजपा आमने सामने
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सिवनी, धारनाकला (एस. शुक्ला): समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य समितियो तथा महिला समूहो के द्वारा किया गया था जिसमे जिसमे किसानो से खरीदी धान के परिवहन मे जिले मे लगभग अधिकतर खरीदी केन्द्रो के द्वारा भारी शार्टेज दिया गया है.

कुछ समितियो तथा समूहो के द्वारा तो हजारो क्विंटल धान का शार्टेज देते हुऐ लाखो रूपये की धान की घटत खरीदी केन्द्रो द्वारा दी गई है जिससे जिले के लगभग 160 किसानो को धान की राशी का भुगतान समय पर नही हो पाया.

किसानो के भुगतान मे धान खरीदी की पूर्ण मात्रा गोदाम तक नही पहुंची जिस कारण अधिकतर समूह और समितियो से शार्टेज धान की औसत राशि काटकर अन्तर की राशि एम पी स्टेट सिविल सप्लायर मे जमा करने के निर्देश भी हुऐ तथा कुछ समितियो द्वारा शार्टेज धान की अन्तर राशि भी जमा की गई जिससे किसानो को भुगतान किया गया.

भुगतान को लेकर हुई शिकायतो मे कांग्रेस और भाजपा आमने सामने

उल्लेखनीय है सबसे ज्यादा धान भुगतान को लेकर राजनीति खरीदी केन्द्र केकई मे सामने आई जहा पर कुरई के समूह के द्वारा धान खरीदी की गई थी जिसमे समय पर किसानो के द्वारा आनलाइन स्लॉट बुक करने के बाद भी धान खरीदी केन्द्र मे नही पहुँच पाई अथवा किसान की धान की तुलाई नही हो पाई और जनवरी माह में पोर्टल बन्द हो जाने के चलते सैकडो किसानो की धान खरीदी केन्द्र मे नही बिक पाई जिस संबंध मे किसानों के द्वारा लगातार मांग और आवाज उठाई गयी थी.

जिसके बाद मध्य प्रदेश शासन द्वारा सीमित समय के लिये पोर्टल खोला गया और किसानो की धान समर्थन मूल्य पर खरीदी केन्द्र मे आनलाइन चढने के बाद उपरोक्त धान शासन स्तर पर दर्ज भी हो गई किन्तु अत्यधिक समय बीतने और भारी मात्रा मे धान का शार्टेज आने पर किसानो की धान का भुगतान समितियो को करने के निर्देश भी हुए थे.

जिसमे कुछ समितीयो के द्वारा धान खरीदी प्रभारी से वसूली करते हुए भुगतान राशि किसानो के खातो मे भी डाली गई तथा कुछ समितियो मे किसानो का भुगतान भी रूका रहा तथा किसानो के द्वारा भुगतान को जिला कलेक्टर तथा प्रभारी मंत्री के पास शिकायते भी पहुंची.

जिसमे समय समय पर जिसमे एम पी स्टेट सिविल सप्लायर द्वारा वसूली करते हुऐ किसानो के खातो मे राशि का भुगतान भी कर दिया गया किन्तु धान के भुगतान मामले बरघाट विधान सभा मे श्रेय लेने की होड मे दोनो दल फेसबुक और सोशल मीडिया पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर श्रेय लूटने का प्रयास लगातार कर रहे है परन्तु वास्तविक हकीकत पर किसी का ध्यान नही है

समितियो को लगा रहे लाखो का चूना

उल्लेखनीय है की प्रति वर्ष सहकारी समितियो को धान धान खरीदी तथा गेहू खरीदी की जिम्मेदारी सौपी जाती है जिसमे समिति के द्वारा खरीदी करने पर लाखो रूपये का कमीशन सहकारी समितियो को प्राप्त होता है जिससे समिति के संचालन से लेकर समिति से जुडे किसानो का हित जुडा रहता है.

किन्तु विगत कुछ वर्षो से धान खरीदी प्रभारी अपने स्वार्थ को सर्वोपरि मानते हुऐ और स्वार्थ की रोटी सेकते हुऐ हजारो क्विंटल धान का शार्टेज देते आ रहे और समिति को मिलने वाला कमीशन समितियो को नही मिल रहा है चूकि कमीशन की राशि धान खरीदी प्रभारी द्वारा दी गई शार्टेज राशि मे काटा जा रहा है और यही कारण है की सहकारी समितिया लगातार गर्त मे जा रही है.

धान खरीदी प्रभारी तथा संस्था के प्रबंधक मालामाल हो रहे है जिन पर इस मामले ठोस कार्रवाई सम्बंधित विभाग द्वारा आज तक नही की गई और यही कारण है की लगातार सहकारी समितियो मे धान खरीदी के उपरांत हजारो क्विंटल धान की घटी लगातार देखने मे आ रही है

करोडो रूपये की हो सकती है वसूली

उल्लेखनीय है की अगर जिले की समस्त समितियो की विधिवत जांच हो तो व्यक्तिगत तौर शासन को चपत लगाने के अनेको मामले सामने आ सकते है किन्तु जनहित मे इस ओर ध्यान देने का प्रयास विभाग द्वारा कभी नही किया गया जब धान खरीदी से संबधित किसानो के भुगतान को लेकर जानकारी ली गई तो एक सहकारी समिति मे ऐसा भी मामला सामने आया.

जहा पर जिम्मेदारो ने लगभग एक करोड रूपये के बारदाने ही बेच खाये है और इन पर एम पी स्टेट सिविल सप्लायर सिवनी की यह राशि वसूल की जाना है ऐसे अनेको मामले है जो निस्पक्षता से जांच होने पर सामने आ सकते है
जिले के संवेदन शील जिला कलेक्टर ध्यान देगे ऐसी जनाअपेक्षा है

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