सिवनी/बरघाट (एस. शुक्ला)। जिले के बरघाट थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। ग्राम कौडिया घीसी में लंबे समय से चल रहे अवैध पेट्रोल-डीजल के काले कारोबार ने बीती रात बड़ा हादसा खड़ा कर दिया। जानकारी के मुताबिक, एक फेडरल टैंकर से डीजल निकालने के दौरान आग लग गई, देखते ही देखते पास में बना ढाबा और टैंकर दोनों ही लपटों में समा गए। आग इतनी भीषण थी कि मौके पर अफरातफरी मच गई और आसपास के लोग भयभीत होकर इधर-उधर भागने लगे।
अवैध कारोबार का अड्डा बना ढाबा
स्थानीय लोगों का कहना है कि जंगल से लगे इस ढाबे पर लंबे समय से पेट्रोल-डीजल का अवैध व्यापार चल रहा था। ट्रकों और टैंकरों से चोरी-छुपे ईंधन निकालकर यहां बेचा जाता था। आशंका जताई जा रही है कि इसी दौरान लापरवाही से आग भड़क गई।
विवाद के बाद सामने आया काला कारोबार
खास बात यह है कि कुछ दिन पहले ही पेट्रोल पंप संचालक और ढाबा मालिक के बीच जोरदार विवाद हुआ था। उसी के बाद से लगातार चर्चा थी कि यहां बड़े स्तर पर गड़बड़ियां हो रही हैं। हालांकि, पुलिस और प्रशासन इस पर आंखें मूंदे बैठे रहे। अब आगजनी की घटना ने इस पूरे खेल का भंडाफोड़ कर दिया है।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि यह कारोबार बरघाट पुलिस की नाक के नीचे लंबे समय से फल-फूल रहा था। बावजूद इसके कार्रवाई नहीं हुई। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किसकी मिलीभगत से इतना बड़ा धंधा बिना रोक-टोक चल रहा था।
बड़ा हादसा टला
गनीमत रही कि घटना के समय आसपास ज्यादा लोग मौजूद नहीं थे, वरना जानमाल की बड़ी क्षति हो सकती थी। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन ग्रामीणों को यकीन है कि अगर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो ऐसे हादसे दोबारा भी हो सकते हैं।