सिवनी, बरघाट संतोष शुक्ला: सर्वर नही तो पैसा नही यह नजारा और हकीकत है स्टेट बैंक शाखा बरघाट का जहा बेचारे खाताधारक तीन बजे से अपने खाते से राशि आहरण करने के लिये खडे रहे पर सर्वर की समस्या के चलते खाताधारको को बैरग वापस लौटना पड़ा
जब बरघाट की स्थिति ऐसी है तो अन्दाजा लगाया जा सकता है मोदी जी का डिजीटल इन्डिया ग्रामीण अचलो मे कैसा चलता होगा यह स्थिति कोई बैक ही नही है अपितु हर शासकीय विभाग की है जहा सर्वर का रोना आये दिन चलता रहता है
यहा यह बताना भी लाजिमी है कि सर्वर की समस्या के चलते हर वर्ग परेशान है जिनके काम अटके पडे है चाहे वह किसान हो या मजदूर सभी त्रस्त है किन्तु इसमे सुधार नही हो रहा है और लोग अब यह कहने से भी नही चूक रहे की मोदी जी के डिजीटल इन्डिया से तो अच्छा पहले का ही समय था जहा लोगो को समस्या का सामना नही करना पडता था
विधुत आउटसोर्स हेल्पर करमचारियो के अनिश्चित काल के लिये चले जाने विधुत व्यवस्था चौपट
विधुत आउटसोर्स हेल्पर करमचारियो के अनिश्चित काल के लिये चले जाने विधुत व्यवस्था चौपट सी हो गई है और आम उपभोक्ता भी परेशान हो गया है चूकि छेत्र के मेंटेनेंस का सारा भार इन्ही करमचारियो के कन्धे पर होता है इसी सम्बध्द मे वितरण केन्द्र बरघाट और धारनाकला के करमचारियो ने प्रान्तीय संघ के आव्हान पर ऊर्जा मंत्री के द्वारा दिये गये आश्वासन के पूरे न होने से अनिश्चित काल मे हडताल पर जाने का निर्णय ले लिया और अपनी मां पूरी न होने तक हडताल मे जाने सभी करमचारियो ने एक जुटतादिखा दी और इसी सम्बध्द मे सभी करमचारीयो ने छेत्रीय विधायक को ञापनभी सौपा है