सिवनी, बरघाट (एस. शुक्ला): बरघाट जनपद की सबसे बडी और चर्चित पंचायत धारनाकला मे ग्रामीणो तथा नल कनेक्शन धारियो से जलकर के रूप मे वसूली गई राशि मे भारी बन्दर बाट हुआ तथा वसूली राशि से क ई गुना राशि नल जल की देखरेख तथा मरम्मत के नाम पर पंचायत के कर्णधारो ने खर्च करते हुऐ पंचायत रिकार्ड मे बिल चस्पा कर दिये है.
यह कहानी तो सिर्फ पांच से सात वर्ष की है वही अगर जब से धारनाकला मे नल जल योजना संचालित हुई तब से रिकार्ड की जाच की जाये तो लाखो रूपये का फर्जी वाडा सामने आ सकता है किन्तु जनपद पंचायत बरघाट के आला अधिकारी शिकायत होने पर घोटालेबाज कर्मचारीयो को बचाने मे कोई कसर नही छोड रहे है.
इससे अन्दाजा लगाया जा सकता है शासन की मूलभूत योजनाओ का किस तरह बंटाधार हो रहा है वह ग्राम पंचायत धारनाकला मे देखा जा सकता है.
वर्षो से कार्यरत है कर्मचारी नल जल योजना के संचालन के लिए
उल्लेखनीय है की ग्राम पंचायत धारनाकला मे वर्ष 1996 -97 से नल जल योजना संचालित है और शुरूआत से ही यहा नल चालक के रूप मे कर्मचारी तैनात है तथा इसी कर्मचारी के द्वारा नल जल संचालन के साथ साथ नल कनेक्शन धारियो से जलकर के रूप मे प्रति माह टेक्स वसूला जाता रहा है.’
किन्तु जब पंचायत मे जलकर वसूली टेक्स की हकीकत सामने आई तो पंचायत मे हुऐ टेक्स वसूली के फर्जीवाड़ा की कहानी सामने आ गई जिस राशि का भारी पैमाने पर दुरूपयोग हुआ है यही नही जलकर वसूली से अनेको गुना ज्यादा राशि योजना के संचालन मे खर्च करने का मामला भी सामने आया है इसके बाद भी जनपद के आला अधिकारी पंचायत पर क्यो मेहरबान है समझ से परे है.
295 से 300 नल कनेक्शन धारी तथा जलकर वसूली राशि चौकाने वाली
उल्लेखनीय है ग्राम पंचायत धारनाकला मे नल जल योजना के लगभग तीन सौ कनेक्शन वर्तमान मे मौजूद है जिनसे प्रति माह 50 पचास रूपये की राशि जलकर टेक्स के रूप मे वसूली जाती है
किन्तु धारनाकला पंचायत मे जलकर वसूली की राशि कर्मचारी द्वारा पूर्ण रूप से जमा नही की गई और यह एक वर्ष नही अपितु अनेको वर्षो से जलकर के रूप कनेक्शन धारियो से वसूली गई राशि के हिसाब मे जमकर हेराफेरी की गई है वही दूसरी तरफ इस योजना के संचालन मे लाखो रूपये के फर्जी बिल भी पंचायत रिकार्ड मे चस्पा कर दिये गये.
यही नही नल जल कनेक्शन के लिये राशि तो लोगो से सामग्री के लिये वसूल की गई किन्तु उसके बिल पंचायत रिकार्ड मे लगाकर राशि निकाला जाना भी सामने आया है.
महिला समूह ने थामी कमान तब सामने आया फर्जीवाड़ा
उल्लेखनीय है की वर्ष 2022-23 से नल जल योजना मे जलकर वसूली की कमान स्थानीय महिला समूह को सौपी गई महिला समूह के द्वारा एक वर्ष से भी कम समय मे लाखो रूपये की जलकर वसूली करते हुऐ राशि पंचायत को सौपी गई किन्तु पंचायत मे कार्यरत नल चालक के द्वारा वर्ष वार जलकर वसूली राशि की हेराफेरी लगातार की जाती रही अथवा इस हेराफेरी मे पंचायत के जवाबदार भी शामिल रहे है.
यही कारण है लाखो के भ्रस्टाचार मे सबकी चुप्पी और खासकर जनपद बरघाट के आला अधिकारियो की चुप्पी सन्देह के घेरे मे बनी हुई है यही कारण है की जनपद के आला अधिकारी एक नल चालक को बचाने के लिये लगातार अपने स्वार्थ की रोटी सेकने मे कोई कसर नही छोड रहे है यही कारण है की शासन की मूलभूत सुविधाये आम जनता से कोषो दूर नजर आ रही है.
सीएम हेल्प लाइन 181 महज औपचारिकता
यहा यह भी उल्लेखनीय है मध्य प्रदेश सरकार की सी एम हेल्पलाइन सेवा एक मात्र दिखावा और आम जनता को मूर्ख बनाने के सिवाय कुछ नही है चूकि इस सेवा को बरघाट जनपद के आला अधिकारियो ने कलंकित करके रख दिया है चूकि जलकर वसूली मे हेराफेरी के मामले मे ही शिकायत 181 मे दर्ज होने के बाद सम्बंधित अधिकारी बिना किसी जांच के ही निराकरण प्रस्तुत करते आ रहे है इससे अन्दाजा लगाया जा सकता है शिकायत पर सम्बंधित अधिकारी क्या कारवाई करते है.
आखिर नल चालक को क्यो बचाने के प्रयास
यहा यह बताना भी लाजिमी है की वर्षो से धारनाकला पंचायत मे कार्यरत नल चालक जिसके द्वारा लाखो रूपये की हेराफेरी के मामले सामने आने के बाद भी कार्रवाई क्यो नही आखिर क्या अदना सा नल चालक भी प्रशासन पर भारी पड रहा है और सबसे मजे की बात तो यह है की यह नल चालक लगातार नल जल जैसी महत्वपूर्ण योजना को भी गर्त मे डुबोते चला आ रहा है बावजूद इसके न ही पूर्व सरपंच मनोज राहंगडाले जो वर्तमान मे काग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष है
उन्होने कारवाई की और न ही वर्तमान सरपंच रंजीता बोपचे के द्वारा अब तक सरपंच बनने के बाद कोई कार्रवाई की गई जिससे यह अन्दाजा लगाया जा सकता है यह नल चालक सब पर किस तरह भारी पड रहा है जबकि सम्बंधित अधिकारी तथा जवाब दार पदो पर बैठे जन प्रति नीधियो को जन हित को ध्यान मे रख पहले ही ठोस कार्रवाई कर देनी चाहिये थी
यहा यह बताना भी लाजिमी है की एक तरफ जल मिशन के तहत हर घर मे पानी उपलब्ध हो इस द्रष्टि से गाव गावं मे पानी टकी निर्माण के साथ पाइप लाइन बिछाने का कार्य प्रारंभ है तथा जिसके संचालन का दायित्व भी पंचायतो को मिल रहा है
ठीक इसके विपरीत योजना का संचालन करने वाले ही शासन की महती योजना को अपने स्वार्थ के लिये पलीता लगाते रहे तो जन कल्याण कारी योजनाओ का भगवान ही मालिक है. क्या जिले के संवेदन शील जिला कलेक्टर जन हित को ध्यान मे रख कार्रवाई करेगे
इनका कहना – सुनील बिसेन सचिव -ग्राम पंचायत धारनाकला-
मैने अभी कुछ दिनो पूर्व ही पंचायत का प्रभार लिया है जलकर वसूली के सम्बध्द मे मुझे पता नही है यह सब पिछले समय का है