सिवनी, धारनाकला (एस. शुक्ला): हल्का पटवारी नीलम शर्मा की ठोस कार्रवाई से हरे भरे और फलदार वृक्षों की मौत से पहले उनकी जान बचाई जा स्की. किन्तु पटवारी नीलम शर्मा के मौके पर पहुँचने से पहले एक आम के हरे भरे फलदार वृक्ष की कटाई कर यूज़ मौत के घात उतार दिया गया था.
हालाँकि जब पटवारी नीलम शर्मा मौके पर पहुंची उस समय और 5 पेड़ों की कटाई की तैयारी की जा रही थी. उन्हें मौत के मुह से बाहर निकाल लिया गया. इसके साथ ही काटे गये पेड की जब्ती बनाकर कार्रवाई तहसील दार बरघाट को भेज दी गई है.
यह है मामला
उल्लेखनीय है की समीपस्थ ग्राम नादी में मेन रोड से लगे आम के फलदार वृक्षो की दिन दहाड़े खुलेआम कटाई की जा रही थी ग्राम के युवक द्वारा इस सम्बन्ध मे वन विभाग को भी सूचना दी गई किन्तु राजस्व भूमि मे पेड होने के चलते वन विभाग द्वारा कार्रवाई से किनारा कर लिया गया.
ऐसी स्थिति मे हल्का पटवारी को सूचना मिलते ही हल्का पटवारी द्वारा काटे गये पेड की जब्ती बनाते हुए अन्य पेड जो काटे जाने से तत्काल रोक करते हुऐ पेड की जब्ती बनाकर ग्राम के सरपंच को सुपुर्द कर कार्रवाई तहसील को भेज दी गई.
जिसकी सभी ने भूरी भूरी प्रसंसा करते हुऐ हरे भरे और फलदार वृक्षो की अवैध कटाई पर रोक लगाने की माँग की है.
भारी मात्रा मे कट रहे फल दार वृक्ष
उल्लेखनीय है की बरघाट विकास खंड मे आए दिन आम के हरे भरे वृक्षो का कत्लेआम खुले रूप से हो रहा पर इन हरे भरे वृक्षो की कटाई पर प्रतिबंध लगाने और कार्रवाई की जिम्मेदारी न ही राजस्व विभाग ले रहा है और न ही वन विभाग ऐसी स्थिति मे लगभग आम के फलदार वृक्षो का सफाया होते नजर आ रहा है.
एक तरफ वृक्षारोपण के नाम पर लाखो करोडो रूपये सरकार के द्वारा पानी की तरह बहाया जा रहा है वही दूसरी जो पेड पर्यावरण को सुरक्षित रखे हुऐ है उन्ही पेडो को खुलेआम प्रशासन की नाक के नीचे काटा जा रहा है और ट्रकों मे लोड कर परिवहन किया जा रहा है पर इस ओर कोई ध्यान नही.