सिवनी, मध्य प्रदेश : केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार कोरोना काल के दौरान छोटे व्यापारियों सहित अन्य व्यवसायियों को आत्मनिर्भर बनाने का दावा अवश्य कर रही है, लेकिन मूर्ति कला से जुड़े पेंटरों के लिये कोई भी योजना लागू नहीं की जा सकी है, जिससे कलाकारों के समक्ष आत्मनिर्भर बनने की चुनौती खड़ी हो गई है।
भारतीय कलाकार संघ सिवनी द्वारा बताया गया कि स्थानीय मूर्तिकार गणेश एवं दुर्गा पर्व के दौरान मूर्तियां बनाकर अपने परिवार का पालन करते थे, लेकिन इस वर्ष कोरोना के चलते सार्वजनिक रूप से पंडालों में मूर्तियों की स्थापना पर प्रतिबंध लगा हुआ है, जिससे कलाकारों की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। स्थानीय कलाकारों द्वारा जिला प्रशासन से भी उनके हित में निर्णय लेने के लिये अनुरोध किया गया था, लेकिन आज तक कोई भी हल नहीं निकल पाया है।
सिवनी जिले के मूर्तिकार दिनेश ठाकुर, राजेश बनवारी, संजय पटेल, राजेश परिमल, अरविंद सेंद्रे, श्याम कुशवाह, ऋषी कश्यप, रोहित कश्यप, गौरी प्रजापति, अनिश टेमने, प्रसून्न यादव ने बताया कि इस वर्ष गणेश उत्सव के दौरान भी उन्हें भारी नुकसान हुआ है और बनायी गई प्रतिमायें बिक नहीं पायी, जिससे उनका संकट और बढ़ गया है।