सिवनी, केवलारी: तेलंगाना की बीज निर्माण कपनी Advanta इंटरप्राइजेस के मकड़जाल में जिले के हजारों किसान फंस कर रहे गए है, कंपनी के PAC-741 किस्म के बीज के कम बीज विक्रय पर प्रतिबंध तो लगा दिया है, लेकिन विभाग के पास किसानों को हुई आर्थिक क्षति की मुआवजा दिलाने के लिये कोई अधिकार ही नहीं है।
किसानों ने जून माह के अंतिम सप्ताह में कंपनी के दावे पर विश्वास कर 400 रूपये प्रतिकिलों की दर PAC 741 किस्म के मक्का बीज खरीद कर बोनी की, लेकिन सैकड़ों किसानों की हजारों हेक्टयर भूमि पर मक्के का अंकुरण ही नहीं हुआ है।
बोवनी के दौरान किसानों ने मक्के के बीज के साथ मज़दूर एवं ट्रेक्टर एवं खाद का उपयोग कर राशि खर्च की है। चूंकि इस वर्ष प्रदेश में अत्यधिक बारिश होने के चलते किसानों ने अपने खेत पर दोबारा से बोनी नहीं कर पाए और अब बोवनी का समय खत्म हो चुका है ।
ऐसे में किसान को लाखों का आर्थिक नुकसान होने तय है, क्योंकि अब खेत खाली पड़े रहेंगे। इसी कड़ी में नगर परिषद केवलारी निवासी संदीप बघेल ने 741 का बीज खरीदकर अपनी 22 एकड़ जमीन में बोवनी की लेकिन 10% भी अंकुरण नहीं हुआ है।
इसके अलावा छपारा विकासखण्ड के कमली निवासी दिलीप ठाकुर व तेंदनी के नवनीत ठाकुर, राज ठाकुर व शिवम ठाकुर ने भी pac 741 बोया, लेकिन अंकुरित बीज की मात्रा 50%भी नहीं हुई। पीड़ित किसान संदीप ने इसकी शिकायत कृषि कल्याण विभाग को कर दी है, उसके उपरांत दिशा की बैठक में केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने कंपनी के खिलाफ जाँच के निर्देश सिवनी जिला कलेक्टर को दिये थे, जिसके अनुपालन में उप संचालक कृषि कल्याण मोरिस नाथ ने 4 सदस्यों का दल बनाकर बीजो के अंकुरण ना होने के कारणों की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे।
समय पर जांच ना होने एवं संबंधित मक्का उत्पादक कंपनी के ऊपर कार्रवाई ना होने के कारण पीड़ित किसान संदीप बघेल द्वारा दिनांक 19/07/2023 को कार्यालय कृषि उपसंचालक सिवनी पहुंच कर आत्महत्या का प्रयास किया गया । जिससे क्षैत्र के किसानों मे भारी आक्रोश भड़क गया एवं विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया ।
उक्त मामले में गठित जांच दल में शामिल डॉक्टर विजय पड़ारकर सहायक संचालक, बीज अनुसाधन केंद्र छिंदवाड़ा, डॉक्टर निखिल सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र सिवनी, प्रफुल्ल घोडेश्वर अनुविभागीय कृषि विकास अधिकारी सिवनी, राजेश मेश्राम कृषि विकास अधिकारी लखनादौन ने शिकायतकर्ताओ के खेतों का निरीक्षण किया एवं अपनी रिपोर्ट को प्रेस नोट जारी करते हुए ऊल्लेख किया है कि किसान संदीप बघेल के खेत में पानी भराव के कारण मक्के का बीज अंकुरित नहीं हो पाया पीड़ित किसान ने जांच दल पर उक्त मक्का कंपनी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया गया, जांच रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए गए उसे झूठी करार दिया गया।
जिसके उपरांत कृषि कल्याण विभाग सिवनी के उप संचालक मोरिस नाथ अपने अधिनस्थ कर्मचारियों के साथ मौका स्थल का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे ,जहां उन्होंने सर्वप्रथम मुनगापार निवासी मिठुआ चंदेल के खेतों का , इसके बाद केवलारी निवासी मुकेश साहू एवं बेनेकी निवासी मगंल सिंह बघेल के खेतो का निरीक्षण किया,मौके पर ही किसानों के बयान लिए गए, एवं मीडिया के समक्ष माना की उक्त मक्का कंपनी के बीज 741 में अंकुरण की समस्या है।
उनके द्वारा किसानों को मौखिक आश्वासन दिया कि जल्द ही उक्त मक्का कंपनी के खिलाफ नियम अनुसार वैधानिक कार्रवाई की जाएगी ।
कैसे होगी नुकसान की भरपाई
किसानों के खेत खाली पड़े रह गए है, कृषि कानून में घटिया बीज के अंकुरित ना होने से किसानों को आर्थिक क्षति पूर्ति करने का कोई नियम या कानून नहीं है। कंपनी द्वारा बीज वापस लेकर दिये गये दूसरे बीज किसानों के लिये कोई काम के नहीं बचे है।
80 टन पीएसी-741 किस्म मक्के के बीज का जिले में हुआ था विक्रय
पड़ताल में पता चला है कि सिवनी जिले भर में 80 टन pac 741 किस्म का बीज विक्रय हुआ है, सबसे ज्यादा बिक्री सिवनी व छपारा विकास खण्ड में हुई जबकि केवलारी में 8 टन बीज उपलब्ध डीलर ने खरीदा था, जिसमें से उसने 7.5 टन बीज बेचा गया है।
जांच अधिकारियों पर लग रहें मिलीभगत के आरोप !
जांच दल में शामिल डॉक्टर विजय पड़ारकर सहायक संचालक, बीज अनुसाधन केंद्र छिंदवाड़ा, डॉक्टर निखिल सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र सिवनी, प्रफुल्ल घोडेश्वर अनुविभागीय कृषि विकास अधिकारी सिवनी, राजेश मेश्राम कृषि विकास अधिकारी लखनादौन ने जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए उल्लेख किया है कि शिकायतकर्ता संदीप बघेल खेतों में जलभराव होने के कारण मक्के के बीज अंकुरण नहीं हो पाए, जबकि शिकायतकर्ता पीड़ित किसान संदीप बघेल का कहना है कि यह जांच रिपोर्ट झूठी एवं भ्रामक है, उनके जैसे क्षेत्र में सैकड़ों किसान हैं जिनके द्वारा एडवांटा कंपनी का 741किस्म का मक्का अपने खेतों में लगाया गया एवं उनके खेतों में भी अंकुरण नहीं हुआ है। उनका कहना है कि जांच अधिकारीयो ने उक्त कंपनी से मिलीभगत कर लिया है ।
इनका कहना है।
मेरे द्वारा अलग-अलग किसानों के खेतों का निरीक्षण किया गया है, जिसमें पाया की मक्के का बीज उत्पादक एडवांटा कंपनी के 741किस्म के बीज के अंकुरण में ही समस्या है, हमारे द्वारा प्राप्त सैंपल को जांच के लिए लैब भेज दिया गया है, रिपोर्ट आने के बाद उक्त मक्का बीज उत्पादक कंपनी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मोरिश नाथ कृषि उपसंचालक सिवनी।