सिवनी । यूरिया खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए अब तक पांच व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा चुका है। ज्यादातर मामले छपारा
थाना क्षेत्र में सामने आए हैं। केकड़ा गांव निवासी सियाराम, रोहित, नारायण सिंह पर यूरिया के अवैध भंडारण पर 11 जुलाई को एफआईआर दर्ज कराई गई थी। छपारा भीमगढ़ कालोनी निवासी राधेश्याम राजपूत के गोदाम में 285 बोरी यूरिया अवैध रूप से मिलने पर 16 जुलाई को छपारा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। 21 जुलाई को चमारी गांव से 504 बोरी यूरिया जब्त होने पर विभाग ने मामला दर्ज कराया था। 24 जुलाई को नांदियाकला निवासी अनिल साहू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। 7 अगस्त को बंडोल के तीरथ बंजारा के खिलाफ 320 बोरी अवैध यूरिया के भंडारण पर एफआईआर की कार्रवाई की गई है।
खाद वितरण की हो रही जांच – इस साल जिले में ज्यादा यूरिया खाद का वितरण होने के बावजूद किसानों में खाद की डिमांड बनी हुई है। इस मामले में खाद की कालाबाजारी का अंदेशा बढ़ गया है। पीओएस मशीनों के जरिए डीबीटी प्रणाली से खाद का वितरण करने के साथ ही ऑफलाइन के जरिए भी खाद समितियों से किसानों को दी गई है।
कृषि विभाग जिले की 20 बड़ी समितियों के दस्तावेज खंगाल रही है। जहां पर किसानों ने ज्यादा मात्रा में यूरिया खाद लिया है। जिले की शिकारा, लखनादौन, चमारीखुर्द, सरेखाकला, चांवड़ी सहित अन्य समितियों में बड़ी मात्रा में खाद किसानों को दी गई है। दस्तावेजों की जांच करने के साथ ही तकनीकी कमियों को भी समझने की कोशिश की जा रही है ताकि भविष्य में यूरिया खाद वितरण में आने वाली समस्याओं को रोका जा सके।