सिवनी। कुछ जाल साज वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए एक नये तरीके का उपयोग कर रहे हैं, जिससे जालसाज द्वारा प्रशासन में पदस्थ अधिकारियों के नाम एवं उनके मोबाइल नंबरों का प्रयोग वित्तीय धोखाधड़ी के लिए किया जा रहा है।
इसमें प्रशासनिक अधिकारी का वर्तमान फोटो लगा कर फर्जी तरीके से अधिकारी का ऐसे मोबाइल नंबर का धारक बताया जाता है एवं पैसों की मांग की जाती है। तथा फोन पे, गूगल पे आदि से बैंक खाते में पैसे डालने के लिए कहा जाता है।
यह मात्र वित्तीय धोखाधड़ी करने वाले गिरोह द्वारा किया जा रहा है। बंडोल थाना प्रभारी दिलीप पंचेश्वर ने बताया कि ऐसे फोन काल आने पर या मैसेज आने पर किसी भी प्रकार का वित्तीय लेनदेन ना कर और न ही किसी भी बैंक खाते में पैसों का ट्रासफर कर अपराधी सिर्फ मैसेज के माध्यम से संपर्क कर दगी करता है।
ऐसे किसी मेसेज आने पर किसी प्रकार की जानकारी अपनी ओर से शेयर न करें और न ही अपराधी द्वारा भेजी किसी लिंक पर क्लिक करें।
ध्यान रखें कि किसी भी साइट पर जाकर क्यूआर कोड स्कैन करने लिंक क्लिक करने/ओटीपी शेयर करने आदि से आपकी मेहनत के लाखों रुपये आपके एकाउंट में बिना आपकी जानकारी से गायब हो जायेंगे। आपकी सतर्कता ही साइबर अपराध से बचाव है। सजग रहे सावधान रहे।