सिवनी, बरघाट: सिवनी-बालाघाट मुख्य मार्ग पर अवैध अतिक्रमण के कारण सड़क दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। हर दिन किसी न किसी की जान इस अव्यवस्थित व्यवस्था के कारण जोखिम में पड़ रही है। सबसे गंभीर स्थिति धारनाकला क्षेत्र में बनी हुई है, जहां सड़क किनारे तक अतिक्रमण फैल चुका है। स्थिति तब और भयावह हो गई जब हाल ही में एक पुलिसकर्मी ही सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया।
पिछले एक पखवाड़े में यहां पांच से अधिक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें किसी का जबड़ा टूट गया तो किसी के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। कुछ लोग उचित इलाज के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
अवैध कब्जों पर प्रशासन की उदासीनता
धारनाकला में सड़क के दोनों ओर शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिला कलेक्टर संस्कृति जैन के आदेश पर एक संयुक्त दल ने सीमांकन कर अतिक्रमण चिन्हित किया था, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ नोटिस तामीली की गई।
अतिक्रमण हटाने के बजाय, प्रशासन कार्रवाई करने से बचता नजर आ रहा है, जिससे कब्जाधारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। अतिक्रमण की वजह से सड़क संकरी हो गई है, जिससे भारी वाहनों को निकलने में परेशानी होती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
भू-माफियाओं का बढ़ता दबदबा
सिवनी-बालाघाट मुख्य मार्ग से सटे जनपद की शासकीय भूमि पर भू-माफियाओं ने अपना कब्जा जमा लिया है। धारनाकला के कुछ चर्चित भू-माफिया इस अतिक्रमण के पीछे हैं, जिन्होंने सड़क के किनारे सरकारी जमीन पर दुकानें खोल रखी हैं।
तहसीलदार न्यायालय द्वारा नोटिस जारी करने के बावजूद, इन भू-माफियाओं का मनोबल इतना ऊंचा है कि वे प्रशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। यहां तक कि प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए इन्होंने फर्जी शिकायतें दर्ज कराई हैं।
कैला माता चौक से बस स्टैंड तक फैला अतिक्रमण
धारनाकला में कैला माता मंदिर से लेकर बस स्टैंड तक अतिक्रमण का जाल फैला हुआ है। सड़क के किनारे तक कब्जा किए जाने के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
स्थानीय लोग इस अतिक्रमण को हटाने के लिए लगातार मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की सुस्ती के कारण हालात जस के तस बने हुए हैं।
अतिक्रमणकारियों की एकजुटता प्रशासन पर भारी
तहसीलदार न्यायालय द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बाद, सभी अतिक्रमणकारी एकजुट होकर प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश में जुट गए।
इन लोगों ने फर्जी शिकायतें दर्ज कराकर मीडिया में इस मुद्दे को गलत तरीके से प्रस्तुत करने का प्रयास किया। प्रशासन को कमजोर करने की यह एक सोची-समझी साजिश है, जिससे भू-माफिया अपने अवैध कब्जों को बरकरार रख सकें।
क्या प्रशासन अवैध कब्जे हटाएगा?
धारनाकला में अवैध कब्जे और अतिक्रमण से सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। जनपद की शासकीय भूमि पर भू-माफियाओं की गिद्ध दृष्टि बनी हुई है।
अब सवाल यह है कि क्या जिला प्रशासन सख्त कदम उठाकर अवैध कब्जों को हटाएगा या फिर इसे नजरअंदाज करके भविष्य में और भी गंभीर दुर्घटनाओं को न्योता देगा?
प्रशासन का बयान
इस पूरे मामले पर प्रशासन का कहना है:
“बहुत जल्द अवैध कब्जे और सड़क किनारे फैले अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।”
– संदीप श्रीवास्तव, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), बरघाट