Seoni News: नारी शक्ति जल शक्ति अभियान के तहत राष्ट्रीय स्तर पर सिवनी जिले का चयन एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसमें एनआरएलएम (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) की महिला स्व सहायता समूहों ने अहम भूमिका निभाई है। इस अभियान में जल संरक्षण, खेती में नवाचार, और महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को बढ़ावा दिया गया है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जल संरक्षण में महिलाओं की भूमिका
महिलाओं की जल संरक्षण संरचनाओं में भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। इस अभियान के अंतर्गत महिला समूहों ने खेत तालाबों का निर्माण किया है, जिससे न केवल जल का संरक्षण हुआ है, बल्कि किसानों को अपने खेतों में अतिरिक्त आय अर्जित करने का अवसर भी मिला है।
खेती के साथ अन्य आय अर्जित गतिविधियाँ
जल संरक्षण के साथ-साथ, महिला स्व सहायता समूहों ने कई अन्य आय अर्जित करने वाली गतिविधियों में भी हिस्सा लिया है। इनमें प्रमुख हैं:
- मछली पालन
- सिंघाड़ा उत्पादन
- कमल के फूल की खेती
- सब्जी उत्पादन
इन गतिविधियों से महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता हासिल हो रही है, जिससे उनके परिवारों की स्थिति में सुधार हो रहा है।
महिला स्व सहायता समूहों से संवाद
20 सितंबर को एनआईसी कक्ष में वीसी माध्यम से जिला कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन और मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नवजीवन विजय पंवार के नेतृत्व में महिलाओं से सीधा संवाद हुआ। इस संवाद में, महिला हितग्राहियों ने अपने अनुभव और सफलताओं को साझा किया, जिससे अभियान की प्रगति को समझा जा सका। जिला कलेक्टर ने समूह की महिलाओं से आजीविका संवर्धन के बारे में चर्चा की और उन्हें जल संरक्षण के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए प्रोत्साहित किया।
महिलाओं की कहानियों की विशेषता
महिलाओं ने अपनी व्यक्तिगत कहानियाँ और अनुभव भारत सरकार की टीम के साथ साझा किए। यह समूह सशक्तिकरण का एक बेहतरीन उदाहरण है, जहां महिलाओं ने अपनी मेहनत से आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाया है।
3600 खेत तालाबों का निर्माण
मुख्य कार्यपालन अधिकारी नवजीवन पंवार के प्रयासों से मनरेगा के तहत 3600 खेत तालाबों का निर्माण किया गया है। इन तालाबों से किसानों को खेती के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है, जिससे फसलों की सिंचाई बेहतर हो रही है और फसल उत्पादन में भी वृद्धि हुई है।
राष्ट्रीय स्तर पर नवाचारों की सराहना
जिला कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन द्वारा एनआरएलएम और अन्य विभागों के साथ समन्वय से सीआरपी कैडर को कार्य में जोड़ने की योजना को राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है। इस नवाचार ने सिवनी जिले को देशभर में एक नई पहचान दी है।
सीधे संवाद का ऐतिहासिक महत्व
महिला स्व सहायता समूहों की महिलाओं ने जिला कलेक्टर के साथ हुए इस सीधे संवाद को एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में देखा है। इस प्रकार का सीधा संवाद महिलाओं को प्रोत्साहन और आत्मविश्वास देता है, जिससे वे अपनी जिम्मेदारियों को और बेहतर तरीके से निभा पाती हैं।
नारी सशक्तिकरण की दिशा में आगे के कदम
यह अभियान न केवल महिलाओं को आर्थिक दृष्टि से मजबूत बना रहा है, बल्कि उन्हें समाज में सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में भी आगे बढ़ा रहा है। जल संरक्षण, आय अर्जित गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी, और सरकार द्वारा दिए गए समर्थन ने महिलाओं को एक नई दिशा दी है।
जिला कलेक्टर और मुख्य कार्यपालन अधिकारी के प्रयासों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि महिलाओं को उनकी मेहनत का पूरा श्रेय मिले और वे अपने समुदाय में आत्मनिर्भरता का एक आदर्श प्रस्तुत करें।