सिवनी: शासन के निर्देशानुसार सिवनी कलेक्टर संस्कृति जैन ने भगवान श्रीराम के अपने वनवास अवधि में जिले की गई यात्रा अथवा प्रवास के संदर्भ में विस्तृत जानकारी संकलित करने के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित किया है।
उन्होंने आमजनों से भी अपील की है कि भगवान श्रीराम के वनगमन के दौरान सिवनी जिले में प्रवास से संबंधित कोई प्रमाण, दस्तावेज या जानकारी हो तो संबंधित अनुविभागीय अधिकारी अथवा कलेक्टर कार्यालय वरिष्ठ लिपिक शाखा में उपलब्ध कराए।
कलेक्टर जैन ने बताया कि यह पहल भगवान श्रीराम के वनगमन से संबंधित ऐतिहासिक तथ्यों की प्रामाणिकता और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के उद्देश्य से की जा रही है।
जिले के विभिन्न स्थानों पर भगवान श्रीराम के प्रवास और घटनाओं से संबंधित पुरानी कहानियाँ और किंवदंतियाँ विद्यमान हैं। इस संदर्भ में प्राप्त किसी भी प्रकार के दस्तावेज, शिलालेख, पुरानी मानचित्र, पुरानी किताबें, या अन्य कोई प्रमाणिक जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकती है।
उन्होंने कहा कि आमजन इस जानकारी को साझा करने के लिए आगे आएं ताकि इतिहास के इस महत्वपूर्ण पहलू को संजोया जा सके और भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा सके।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी और दस्तावेजों का उचित विश्लेषण और सत्यापन कर उनका दस्तावेजीकरण किया जाएगा और आगामी पाठ्यक्रमों में शामिल भी किया जाना है। इस प्रक्रिया में ऐतिहासिक विशेषज्ञों, पुरातत्वविदों और विद्वानों की भी मदद ली जाएगी ताकि प्राप्त जानकारी की प्रमाणिकता सुनिश्चित की जा सके।
सिवनी जिले के निवासियों से यह भी अपील की गई है कि वे किसी भी प्रकार की पुरानी वस्तुएं, जो भगवान श्रीराम के प्रवास से संबंधित हो सकती हैं, को सुरक्षित रखें और उनके संरक्षण के लिए स्थानीय प्रशासन को सूचित करें। इससे न केवल इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा उजागर होगा बल्कि सिवनी जिले की सांस्कृतिक धरोहर को भी मजबूती मिलेगी।
इस पहल के माध्यम से सिवनी जिले के इतिहास और संस्कृति को संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य धरोहर साबित होगी।