सिवनी, बरघाट धारनाकला: सिवनी बालाघाट रोड से लगी कीमती जमीन कैसे संसोधित होकर लाखों रुपए के मूल्य में बिक्री हो गई, इसको लेकर पूरे धारनाकला नगर में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
जहां तक अब तक तो यही सुना आ रहा था कि शासकीय जमीन पर अवैध अतिक्रमण और अवैध कब्जे स्थापित हो चुके हैं, जिसे लेकर सम्बंधित विभाग ने समय-समय पर कार्रवाई भी की है।
किन्तु धारनाकला में हद तब हुई, जब शासकीय ज़मीन का कीमती हिस्सा निजी तौर पर संसोधित हो गया और ज़मीन लाखों रुपए के मूल्य में बिक्री होने के साथ ही आज उस ज़मीन पर आलीशान बिल्डिंग और दुकानें स्थापित हो गई हैं, और वर्तमान में भी निर्माण कार्य पक्के निर्माण के रूप में प्रगति पर है।
जनपद सभा सिवनी के नाम है जमीन
उल्लेखनीय है कि उस ज़मीन का कीमती हिस्सा संसोधित हुआ है, ऊपरी ज़मीन की कीमत आज की स्थिति में करोड़ों में है, और वही ज़मीन जनपद सभा सिवनी की सहमति के बिना कैसे संसोधित हो गई है और बिक्री भी हो गई है।
यह बात समझ से परे है, जबकि इस संदर्भ में जनपद सभा सिवनी के जवाबदारों का कहना है कि उन्हें इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं है और न ही उनके द्वारा ज़मीन संसोधित करने के संदर्भ में कोई सहमति दी गई है, ऐसी स्थिति में शासकीय ज़मीन का संसोधित होकर बिकना राजस्व विभाग पर सवालिया निशान पैदा करता है, जिससे इंकार नहीं किया जा सकता।
कैसे परिवर्तित हुई जमीन की जांच का विषय
उल्लेखनीय है कि बरघाट जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत धारनाकला में जनपद सभा सिवनी के नाम से दर्ज भूमि जो की मेन रोड सिवनी बालाघाट से लगी भूमि का रकबा .59 हेक्टेयर था तथा जिसका खसरा नम्बर भी 960 था वर्ष 1988-89 के बाद जनपद सभा सिवनी की भूमि का बेशक कीमती हिस्सा निजी तौर पर राजस्व रिकार्ड में संसोधित हो गया
इसी ज़मीन के खसरे नम्बर परिवर्तित होकर 596/960/1, 596/960/2, 596/960/4, और 5 में परिवर्तित होकर ज़मीन की बिक्री हो गई, जबकि इस संदर्भ में जनपद सिवनी के जवाबदारों का कहना है कि उनके द्वारा ज़मीन निजी तौर पर संसोधित करने के लिए विभागीय तरीके से कोई सहमति प्रदान नहीं की गई है, फिर भी ऐसी स्थिति में शासकीय ज़मीन का संसोधित होकर बिकना समझ से परे है।
जनपद सिवनी के द्वारा सीमांकन तथा जनपद की ज़मीन सुरक्षित करने के लिए पत्र जारी
उल्लेखनीय है कि जनपद पंचायत सिवनी के द्वारा अपनी ज़मीन को सुरक्षित करने के लिए तहसीलदार बरघाट और कलेक्टर महोदय को भी पत्र जारी किया गया है, जिस पर बहुत जल्द जनपद सभा सिवनी की ज़मीन के सीमांकन के साथ कार्रवाई निश्चित होने की संभावना व्यक्त की जा रही है, किन्तु पटवारी संघ की हड़ताल के कारण इस कार्रवाई में विलंब भी हो सकता है।
रंजीता बोपचे ने की मांग जनपद सभा सिवनी की ज़मीन धारनाकला पंचायत के हो अधीन
उल्लेखनीय है कि जनपद सभा सिवनी के नाम से दर्ज भूमि धारनाकला में स्थित है, तथा इस भूमि पर विकास की अनेक संभावनाएँ हैं। ऐसी स्थिति में पंचायत की आय और ग्राम के विकास को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त ज़मीन ग्राम पंचायत धारनाकला को हस्तांतरित होनी चाहिए, और इस संदर्भ में ग्राम पंचायत द्वारा आमसभा के माध्यम से प्रस्ताव भी राजस्व विभाग को भेजा गया है और इस संदर्भ में जिले के सांसद ढालसिह बिसेन द्वारा भी पंचायत के निवेदन पर अनुशंसा करते हुए तहसीलदार से ज़मीन के मद परिवर्तन के लिए पत्र लिखा गया है
सरपंच रंजीता बोपचे द्वारा भी यह मांग की गई है कि ग्राम के विकास को ध्यान में रखकर जो शासकीय भूमि में मिली भगत के चलते हेराफेरी की गई है, उसकी निष्पक्ष जांच के साथ शासकीय भूमि ग्राम पंचायत के अधीन हो, ताकि ग्राम का विकास और पंचायत की आय में इजाफा हो। जिले के संवेदनशील जिला कलेक्टर महोदय कार्रवाई करेंगे, ऐसी उम्मीद है।
इनका कहना है: हमारे संज्ञान में जनपद की भूमि संसोधित होने की बात सामने आई है, और जनपद द्वारा इस संदर्भ में कोई भी सहमति नहीं दी गई है। इसके बाद भी शासकीय भूमि संसोधित होकर बिक्री हुई है, तो जनपद स्तर पर कार्रवाई के साथ जिला कलेक्टर से कार्रवाई के लिए जनपद द्वारा विधिवत प्रयास किया जाएगा।
वी दुबे, मुख्य कार्य पालन अधिकारी, जनपद पंचायत सिवनी