सिवनी, धारनाकला: खामी और अतरी गांवों को जोड़ने वाले पुल का भूमिपूजन आज हुआ। इस कार्यक्रम में दोनों गांवों के लोगों ने साथ मिलकर पुल के भूमि पूजन का आयोजन किया। इस खास अवसर पर सिवनी बालाघाट से आए डॉ. ढालसिह बिसेन जी ने मुख्य आतिथ्य का स्वागत किया।
इस कार्यक्रम में विधायक अर्जुन सिंह ककोडिया भी उपस्थित थे। साथ ही, दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले पुल के निर्माण में नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य दुपेन्द्र लकी अमूले ने भी अपना सहयोग दिया और ग्रामीण जनता ने उनके प्रयास को प्रशंसा की।
श्रेय लूटने की होड आई सामने
श्रेय लूटने की होड़ आई सामने इस दौरान पुल के भूमि पूजन में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता, विधायक, और सासंद के सदस्य भी उपस्थित थे, और उन्होंने ग्रामीण समस्याओं का समर्थन किया।
इसके अलावा, यह भी दिखाई दिया कि पुल के निर्माण के लिए लगभग चार करोड़ रुपये की स्वीकृति का श्रेय दोनों दलों को जाता है, और इसलिए इस कार्यक्रम में दोनों पार्टियों के कई नेता और कार्यकर्ता भी भाग लिए।
इस पुल के निर्माण की नींव रखने वाले व्यक्ति को भी लोग आज भी याद करते हैं, जो अनेकों गांवों के आवागमन को जोड़ने के लिए हिररीनदी से जुड़े पुल के निर्माण के लिए अपने प्रयास कर रहे थे।
लेफ्टिनेंट कर्नल को नहीं भूले है क्षेत्र के नागरिक
लेफ्टिनेंट कर्नल को नहीं भूले है छेत्र के नागरिक यह बात उल्लेखनीय है कि आज लेफ्टिनेंट कर्नल ढालसिह बोपचे जी हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन छेत्र की जनता उन्हें अब भी याद करती है। क्योंकि वे हिररीनदी से जुड़े पुल के निर्माण के लिए अपने संघर्षपूर्ण प्रयास और संघर्ष के कारण अनेक गांवों के आवागमन को जोड़ने के लिए प्रयास कर रहे थे। आज भी छेत्र के लोग उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को सराहना करते हैं।
इसके अलावा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने भी जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान खामी और अतरी हिररीनदी पुल के निर्माण की घोषणा की थी, जिसके परिणामस्वरूप इस पुल का निर्माण सफलतापूर्वक हुआ है। इस पुल का शिलान्यास भी सिवनी बालाघाट लोकसभा सदस्य डॉ. ढालसिह बिसेन जी ने किया है।
भूमिपूजन पर हुआ वृक्षारोपण
भूमिपूजन पर हुआ वृक्षारोपण इस मौके पर, जिला पंचायत सदस्य लकी अमूले ने भूमि पूजन के साथ ही ग्राम सरपंच और ग्रामीण लोगों के साथ वृक्षारोपण का कार्य भी किया। उन्होंने जनता के द्वारा दिए गए आशीर्वाद के लिए भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस पुल के निर्माण से ग्रामीणों के लिए जगह-जगह आवागमन होगा, और इससे स्कूली बच्चों को भी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा, जिन्हें परेशानी जोड़ने के लिए पुराने तरीके से आवागमन करना पड़ता था।