सिवनी: बच्चों पर गंभीर दुष्प्रभाव देखने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। अब Coldrif Cough Syrup और Nestro-DS Suspension की बिक्री सिवनी जिले में पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 9 बच्चों की मौत संदिग्ध गुर्दे की विफलता से हुई है, जबकि 13 बच्चे अब भी इलाजरत हैं. मुख्यमंत्री मोहान यादव ने कहा, ‘यह अत्यंत दुखद घटना है. Coldrif सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है. कंपनी के अन्य उत्पादों पर भी कार्रवाई होगी. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.’
सिवनी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. जयपाल सिंह ठाकुर ने आदेश जारी कर जिले के सभी थोक और फुटकर दवा विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यदि इन औषधियों का स्टॉक दुकानों में मौजूद है, तो 24 घंटे के भीतर उसका पूरा ब्योरा स्वास्थ्य विभाग को ईमेल (cmhosen-mp@nic.in) या हार्ड कॉपी के रूप में उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।
आम जनता को भी चेतावनी
डॉ. ठाकुर ने नागरिकों से अपील की है कि जिन्होंने भी Coldrif या Nestro-DS का उपयोग किया है, वे तुरंत स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दें। खासकर बच्चों का तुरंत स्वास्थ्य परीक्षण कराना बेहद जरूरी है, ताकि संभावित खतरे से बचा जा सके।
प्रतिबंधित दवाओं का विवरण
- Coldrif Cough Syrup
- Composition: Phenylephrine Hel, Chlorpheniramine Maleate Syrup
- Batch No.: SR-13
- Mfg: May 2025
- Exp: April 2027
- Manufacturer: M/s Sresa Pharma, Kanchepuram
- Nestro-DS Suspension
- Composition: Paracetamol, Phenylephrine, Chlorpheniramine Maleate, Sodium Citrate, Menthol Suspension
- Batch No.: AQD2559
- Mfg: April 2025
- Exp: March 2027
- Manufacturer: M/s Aquinnova Pharmaceuticals, Baddi, H.P.
क्या है बड़ा खतरा?
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इन दोनों दवाओं का बच्चों पर गंभीर साइड इफेक्ट देखने को मिला है। इससे बच्चों में सांस लेने में दिक्कत, एलर्जी और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ सामने आई हैं। इसी वजह से एहतियात के तौर पर सिवनी में इसका तुरंत प्रभाव से प्रतिबंध लागू किया गया है।
आगे की कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग ने साफ किया है कि निर्देशों का उल्लंघन करने वाले दवा विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, जिला प्रशासन भी दवा दुकानों की सघन जांच शुरू करने की तैयारी में है।
👉 फिलहाल यह कदम जिले में बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

