सिवनी: (एस के शुक्ला) धारनाकला:- समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत और खरीदी केन्द्रो का उद्घाटन का कृम तो जारी हो गया है किन्तु अब तक दर्जन भर ज्यादा खरीदी केन्द्र मे किसानो से धान खरीदी की शुरूआत नही हो पाई है और अव्यवस्थाओ के बीच खरीदी केन्द्र अब तक खाली पडे हुऐ है न कोई कर्मचारी नजर आ रहा और न ही खरीदी केन्द्र मे किसानो की उपस्थिति वीरान पडे है खरीदी केन्द्र
नही पहुचे बारदाने
वैसे तो शासन के नियमानुसार 29 नवम्बर से धान खरीदी की शुरूआत हो जाना था किन्तु आज 4 दिसम्बर की तारीख निकल जाने के बाद भी धान खरीदी केन्द्रो मे किसानो की धान खरीदी के लिये बारदाने उपलब्ध नही हुऐ है ऐसे मे किसान खरीदी केन्द्रो की अव्यवस्था देखकर बैरग घर लौट रहे है ऐसे मे इतने कम समय मे धान खरीदी कैसे होगी अन्दाजा लगाया जा सकता है जबकि समिति स्तर पर धान खरीदी केन्द्र पहले ही आवंटित हो चुके है बावजूद इसके केन्द्रो मे अव्यवस्था स्पष्ट देखी जा सकती है
समूहो को खरीदी केन्द्रो के आवंटन मे इतनी देरी क्यो
यहा यह भी उल्लेखनीय है केन्द्र सरकार की नीति के तहत जिले के 40 प्रतिशत धान खरीदी केन्द्र महिला समुह को आवंटित होना है किन्तु आज दिनाक तक बरघाट छेत्र के लगभग 15 खरीदी केन्द्रो का आवंटन अब तक नही हो पाया है जबकि समूह को मिलने वाले खरीदी केन्द्र पिछले माह ही सत्यापित होकर जिले मे जाच चुके है किन्तु आज दिनाक तक समूह को मिलने वाले धान खरीदी केन्द्र का आवंटन नही हो पाया
समूहो को मिलने वाले खरीदी केन्द्रो को लगा राजनीति का गृहण
यहा यह भी उल्लेखनीय है कि बरघाट विकास खंड से धान खरीदी के लगभग पन्द्रह से सोलह समूहो के द्वारा आजीविका मिशन बरघाट मे आवेदन प्रस्तुत किया गया था जिसकी जाच करते हुऐ समूहो के आवेदन जिला कार्यालय आजीविका मिशन को बरघाट से भेज दिये गये थे और उसी आधार पर समूहो को धान खरीदी केन्द्रो का आवंटन भी हो चुका था
बरघाट आजीविका से पूरी सूचि सत्यापन के बाद जिले मे पहुचा दी गई थी किन्तु समूह के आवंटन मे राजनैतिक दबाव के चलते नेता परिवर्तन चाह रहे थे किन्तु जितने समूहो के द्वारा धान खरीदी के लिये आवेदन किया उससे हटकर परिवर्तन करने मे सम्बन्धित अधिकारियो के भी गले सूख रहे है और यही कारण है कि नेताओ के अधिकारियो पर दबाव के चलते अब तक धान खरीदी का समय बीतने के बाद भी केन्द्र आवंटित नही हो पाये
कैसे होगी समूहो की तैयारी
यहा यह भी उल्लेखनीय है खरीदी की तारीख से एक सप्ताह का समय बीत चुका और अब तक समूहो को खरीदी केन्द्र आवंटित नही हुऐ ऐसी स्थिति मे महिला समूह के द्वारा कैसे तैयारी की जा सकती है यह अन्दाजा लगाया जा सकता है
किसान परेशान
बरघाट छेत्र मे राजनीतिक हस्त छेप के कारण छेत्र के किसान परेशान हो रहे है क्योकि खरीदी चाहे जिसे भी मिले किसान को तो अपनी धान खरीदी केन्द्र मे बेचने से मतलब है किन्तु शरारती तत्व और छुटभैये नेताओ को अपनी रोटी सेकने मे आनन्द मिल रहा है उन्हे किसानो की समस्याओ से कोई सरोकार नही है
महिला समुह की महिलाये सडक पर उतरने की तैयारी मे
वही यहा यह भी उल्लेखनीय है कि महिला समूह को मिलने वाली धान खरीदी मे जो रोडे आ रहे है इसके खिलाफ मे महिलाओ मे भी भारी आक्रोश है और यही आक्रोश उन्हे सडक पर उतरने के लिये भी मजबूर कर रहा है
इनका कहना
महिला समूह की सूचि धान खरीदी से सम्बंधित सत्यापन करने के बाद जिले को भेज दी गई है, राकेश जोलदेव प्रबंधक आजीविका मिशन बरघाट