सिवनी, केवलारी: विकास खण्ड स्तरीय शिविर के माध्यम से पशु पालन एवं डेरी विभाग केवलारी द्वारा कामधेनु गौशाला के सभी गौवंश का निरीक्षण कर , उपचार, ( टैगिंग, बधियाकरण, टीकाकरण एवं समस्त ) गौशाला का टीम एवं समिति द्वारा निरीक्षण कर डॉक्टर्स द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।
21 फरवरी 2025 प्रातः 8 बजे से गौशाला विकासखण्ड पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ बदल पटले जी के दिशा निर्देश में नोडल अधिकारी डॉ विनीता, डॉ अस्मिता तिवारी, (BAS ), पशु चिकित्सा सहायक क्षेत्र अधिकारी श्रीमती जानकी कुमरे, श्री बृजलाल धुर्वे, श्री तपेश देशमुख, NVU स्टाफ, पैरावेट स्टाफ, एवं गौसेवकों की मदद से शिविर में गौशाला के लगभग 376 गौवंश में प्रत्येक का स्वास्थ्य परीक्षण, आवश्यक उपचार, पृथक्करण, बधियाकरण, टेगिंग, आदि महत्वपूर्ण क्रम सम्पन्न किया गया।
गौशाला एवं उपचार टीम की अथक प्रयास, मेहनत से इतनी बड़ी संख्या में गौवंश की स्क्रीनिंग संभव हो सकी, तत्पश्चात कामधेनु गौशाला समिति के सभी पदाधिकारियों गौशाला कर्मचारियों, एवं उपस्थित डॉक्टरों के दल द्वारा सम्पूर्ण गौशाला के सेड, कक्षों भूसा गोडाउन, पानी के टाकेँ, का भ्रमण निरीक्षण किया गया। जिसके अनुसार गौवंश को 3 भागों में विभाजित कर उन्हें बेहतर, स्वास्थ्य सुविधाओं, साधन, प्रदान हो सके। इसकी रूप रेखा तैयार की गई।
इस शिविर के आयोजक डॉ बदल पटले एवं सम्पूर्ण टीम ने कामधेनु गौशाला को, जिला एवं प्रदेश स्तर में सर्वश्रेष्ठ गौशाला के रूप में प्रतिष्टित करने का भी संकल्प लिया, कामधेनु गौशाला को आदर्श गौशाला के रूप में लोग विजिट करने एवं गौशाला प्रबंधन सीखने इस गौशाला में पहुँचे ऐसी मॉडल गौशाला बनाने के लिए निरंतर प्रयास रहेगा ।
चिकित्सा टीम में डॉ हार्दिक गौतम, श्री ललित साहू, एवं गौसेवक श्री शिवलाल बघेल, इस अवसर पर गौशाला समिति से गौशाला संरक्षक श्री सचिव कुमार जैन (पप्पू भैया), अध्यक्ष श्री राजेश सिंह बघेल, सचिव श्री सुरेन्द्र साहू (छोटू भैया ) , गौशाला प्रभारी श्री गजेंद्र पटले, श्री तीरथ यादव, गौशाला तकनीकी एवं मीडिया प्रभारी विनोद बर्मन, एवं समस्त गौसेवकों के बीच गौशाला के बेहतर प्रबंधन, गौवंश की स्वास्थ्य समस्या समाधान, एवं सभी कर्मचारियों से अपने कर्तव्यों के पालन हेतु चर्चा हुई। अंत मे सभी गौशाला समिति ने डॉक्टर्स एवं गौसेवकों का हार्दिक धन्यवाद कर आभार प्रकट किया एवं सभी ने गौमाता के जयकार कर स्वल्पाहार एवं गोष्ठी के बाद निरिक्षण बुक में सभी ने हस्ताक्षर कर शिविर समापन की घोषणा की गई।