Seoni News: सिवनी जिले के प्रतिष्ठित वर्धमान पोद्दार लर्न स्कूल ( Vardhman Podar Learn School Seoni) के प्रिंसिपल का एक लेटर इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस लेटर के चलते प्रिंसिपल को लोग ‘अनपढ़ प्रिंसिपल’ कहकर मजाक उड़ा रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
प्रिंसिपल द्वारा खंड चिकित्सा अधिकारी को लिखा गया पत्र न केवल व्याकरण की दृष्टि से गलत है, बल्कि इसका मतलब समझ पाना भी बेहद कठिन है। पत्र में कई अशुद्धियां हैं, जिससे साफ होता है कि प्रिंसिपल की हिंदी पर पकड़ कमजोर है।
लेटर में लिखा गया है:
प्रति, खंड चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक केंद्र गोपालगंज
विषय: टीकाकरण के लिए स्वीकृति नहीं मिलने हेतु
महोदय जी, आपके निवेदन है पोद्दार लर्निंग स्कूल में उपस्थित बच्चों के अधिवकों के समय पर स्वीकृत मिलने टीकाकरण के लिए कारण जांच दिनांक कि टीकाकरण नहीं होपायगे।
जैसे ही अभिभावकों की स्वीकृति मिलती है तुरंत आप लोगों से संपर्क करके टीकाकरण करवा दूंगा।
सोशल मीडिया पर बवाल
इस लेटर को पढ़ने के बाद लोगों ने सवाल उठाए कि जब स्कूल के प्रिंसिपल की भाषा इतनी खराब है, तो वहाँ पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य का क्या होगा।
कई लोगों ने चिंता जताई है कि जिले के नामी स्कूल में बच्चों की शिक्षा का स्तर ऐसा है कि खुद प्रिंसिपल का पत्र समझ से परे है।
शिक्षा प्रणाली पर सवाल
यह मामला केवल एक स्कूल तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा प्रणाली की खामियों को भी उजागर करता है। हिंदी, जो हमारी मातृभाषा है, उसमें इतनी गलतियां करना यह दिखाता है कि शिक्षा प्रणाली में कितनी बड़ी खामियां मौजूद हैं।
पत्र पढ़ने वाले लोगों का कहना है कि ऐसे स्कूल में बच्चों को भेजना उनके भविष्य से खिलवाड़ करने जैसा है.
इस घटना ने शिक्षा और शिक्षकों की गुणवत्ता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जरूरत है कि प्रशासन इस ओर ध्यान दे और सुनिश्चित करे कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।