सिवनी। मध्यप्रदेश का सिवनी जिला, जिसे अब तक शांत और सुरक्षित माना जाता था, एक बार फिर हिंसक वारदात से दहल गया। मंगलवार 26 अगस्त की शाम सिवनी-जबलपुर मार्ग पर स्थित सिमरिया तिराहे के पास हुई इस घटना ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक कार में सवार युवक ने पहले कार चला रहे प्रकाश ठाकुर और उनकी पत्नी श्रृद्धा ठाकुर पर धारदार चाकू से हमला कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी कार से उतरा और भागने लगा, लेकिन कुछ कदम दूर जाकर उसी चाकू से उसने अपना गला रेत लिया।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
सूत्रों के मुताबिक, लोपा ग्राम निवासी ठाकुर दंपत्ति करीब एक साल पहले गांव से शहर आकर कर्वे कॉलोनी में रहने लगे थे। प्रकाश ठाकुर टैली अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर पर काम करते थे, जबकि पत्नी श्रृद्धा गृहणी थीं।
इनकी पहचान मंगलीपेठ निवासी 30 वर्षीय अर्शित वर्मा से हुई। बताया जाता है कि अर्शित ने प्रकाश ठाकुर को सरकारी नौकरी दिलाने का लालच दिया और बदले में भारी रकम भी ले ली।
मंगलवार को अर्शित वर्मा, प्रकाश और उनकी पत्नी को कार से जबलपुर लेकर गया। उसने दावा किया कि वह प्रकाश को जिला उद्योग केंद्र (DIC) में प्रबंधक की जॉब दिलवा देगा और ज्वॉइनिंग लेटर भी दिलवाएगा। लेकिन दिनभर इधर-उधर घुमाने और समय काटने के बाद जब वह वादे से पलटा तो कार में ही विवाद शुरू हो गया।
ताबड़तोड़ वार और फिर आत्महत्या
विवाद इतना बढ़ गया कि कार की पिछली सीट पर बैठे अर्शित ने अचानक 12 इंच का नुकीला चाकू निकालकर प्रकाश ठाकुर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। पत्नी श्रृद्धा ने बचाने की कोशिश की तो उस पर भी हमला किया गया।
घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि आरोपी कार से उतरकर भागा लेकिन करीब 100-150 कदम दौड़ने के बाद उसने खुद के गले पर भी वार कर लिया और मौके पर ही गिर पड़ा।
अस्पताल में भर्ती, नागपुर रेफर
घटना के बाद राहगीरों ने घायल दंपत्ति को तत्काल साईराम अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने प्रकाश ठाकुर की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें नागपुर रेफर कर दिया, जबकि श्रृद्धा ठाकुर का इलाज जारी है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
अपराधों का गढ़ बनता सिवनी?
सिवनी शहर इन दिनों लगातार अपराधों की खबरों से चर्चा में है। नशे का बढ़ता कारोबार, शराब और अवैध गतिविधियों ने शहर की शांति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर अक्सर ‘सिवनी में बढ़ते अपराध’ को लेकर आवाज उठती है, लेकिन न तो नेताओं और न ही प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो आने वाले समय में युवा पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो सकता है।