Seoni News: मंगलवार को जिले में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया, और रुक-रुक कर हुई तेज बारिश से इलाके में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खासतौर पर लड़ाइया मोहल्ले में हालात काफी गंभीर हो गए, जहां निचले क्षेत्रों में पानी भरने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
पिछले कुछ दिनों से लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन तेज बारिश ने थोड़ी राहत पहुंचाई। हालांकि, बारिश के चलते नदी-नाले और तालाबों में जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिससे जनजीवन लडखडाता दिख रहा है.
लड़ाइया मोहल्ले में पानी भरने से प्रभावित लोग
लड़ाइया मोहल्ला का निचला इलाका इस बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। यहां के कई घरों के अंदर पानी भर गया है, और लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं। जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से पानी निकासी का काम शुरू कर दिया है, लेकिन भारी बारिश के चलते यह कार्य धीमी गति से हो रहा है। प्रशासन की ओर से लगातार अपील की जा रही है कि लोग सतर्क रहें और बारिश के दौरान खेतों या निचले इलाकों में जाने से बचें।
नदी-नालों का जलस्तर बढ़ा, कई इलाके जलमग्न
इस बारिश के चलते जिले की प्रमुख नदियां और नाले भी उफान पर हैं। वैनगंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, और इसके चलते भीमगढ़ संजय सरोवर बांध के 6 गेट खोल दिए गए हैं। बांध से प्रति सेकंड 3700 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नदी के किनारे बसे गांवों को सतर्क किया गया है। धनोरा, घंसौर, केवलारी, लखनादौन, छपारा, कुरई, और बरघाट जैसे क्षेत्रों में भी भारी बारिश के चलते पानी भर गया है।
प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य और प्रशासन की तैयारी
बारिश की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने बचाव दलों को सक्रिय कर दिया है। विशेष रूप से उन इलाकों में जहां पानी भर गया है, वहां राहत और बचाव कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। जिन घरों में पानी भर गया है, उनके निवासियों को भी सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है।
इसके अलावा, शहर के कुछ स्थानों पर लगभग 4 फीट तक पानी भरने की खबरें भी आई हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमों को इन क्षेत्रों में राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है।
तेज उमस के बाद बारिश ने दिलाई राहत, लेकिन बाढ़ का खतरा बरकरार
पिछले कुछ दिनों से जिले में उमस भरी गर्मी का अनुभव किया जा रहा था। हालांकि, मंगलवार को हुई इस तेज बारिश ने लोगों को थोड़ी राहत जरूर पहुंचाई, लेकिन इसके साथ ही बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है। प्रशासन ने पहले से ही चेतावनी जारी कर रखी है कि लोग सतर्क रहें और किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
भीमगढ़ बांध के गेट खोलने से बढ़ी सतर्कता
वैनगंगा नदी के उफान पर आने के कारण भीमगढ़ संजय सरोवर बांध के 6 गेट खोलने पड़े। इस निर्णय से नदी का जलस्तर और भी बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बांध से प्रति सेकंड 3700 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, और इस पानी का प्रवाह आसपास के इलाकों में चिंता का विषय बन गया है। प्रशासन ने बांध के आसपास के गांवों और क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
प्रशासन की अपील और सुझाव
जिला प्रशासन ने बारिश के मद्देनजर लोगों से अपील की है कि वे निचले इलाकों से दूर रहें और बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। प्रशासन की ओर से लगातार यह भी कहा जा रहा है कि खेतों में काम करने वाले लोग सावधानी बरतें और मौसम साफ होने तक घरों में रहें।
साथ ही, प्रशासन ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव के लिए अतिरिक्त टीमें भी तैनात की जा रही हैं। प्रभावित इलाकों में पानी की निकासी के लिए पंप लगाए जा रहे हैं, और आवश्यक खाद्य सामग्री और पानी की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है।