सिवनी : देश प्रदेश हो या जिला सभी जगह कोरोना वायरस अपना प्रकोप लगातार ही दिकाता जा रहा है, हालाँकि इस कोरोना काल में अनेकों ऐसी ख़बरें आ रही है जो हर किसी को विचलित कर रहीं है। इसी के दूसरी और यदि पॉजिटिव खबरों में देखा जाए तो सिवनी जिले के भंडारपुर गाँव के 106 साल के एक बुजुर्ग की हिम्मत हर किसी के लिए प्रेरणा देने वाली है।
सिवनी जिले के भंडारपुर गाँव के यह 106 वर्षीय बुजुर्ग उम्र के इस पड़ाव पर भी न केवल कोरोना को मात दी बल्कि सम्पूर्ण जिले प्रदेश और देश को एक अच्छा संदेश दिया कि यदि इरादे बुलंद हो और घबराने की बजाय इसका ढंग से समझदारी से उपचार कराया जाए तो फिर कोरोना को अत्यधिक आसानी से मात दी जा सकती है।
सिर्फ यह बुजुर्ग ही नहीं इनके परिवार में कुल 10 लोग और कोरोना वायरस से संक्रमित है जो की इन्ही की हिम्मत से परिवार के अन्य 10 लोग भी कोरोना से जंग लड़कर ठीक होने की कगार पर है।
उपर फोटो में आपको जो बुजुर्ग दिखाई दे रहे है जो खाट पर बैठे और भोजन कर रहे इनकी उम्र 106 साल हो चुकी है, यह बुजुर्ग मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के लखनवाड़ा क्षेत्र के ग्राम भंडारपुर के रहने वाले है इनका नाम मोहन पटेल है
मोहन पटेल 106 वर्ष की उम्र में कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे, हालाँकि उम्र के इस पड़ाव में कोरोना वायरस के प्रकोप से इनकी हालात बहुत ज्यादा ही खराब हो चुकी थी। लकिन इन्होने अपनी इच्छा शक्ति को कमजोर नहीं होने दिया.
इस परिस्थिति में परिजनों का सहयोग और कुरई क्षेत्र के डॉक्टर के इलाज और उनकी देखरेख ने घर पर रहकर ही इतना बेहतरीन असर दिखाया कि ये बुजुर्ग 106 वर्ष की उम्र मैं भी इलाज से पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। कोरोना वायरस को मात देने के बाद यह खुद आसानी से खाट पर बैठकर खाना पीना भी कर सकते हैं।
इनके ठीक होने के बाद परिवार के 10 उन लोगों के लिए भी मिसाल हैं जो कोरोना पॉजिटिव थे। उन्होंने जब यह देखा की 106 वर्षीय व्यक्ति जब कोरोना वायरस को मात दे सकते है तो हम क्यों नहीं बस फिर क्या था इन्हें देख परिवार वालों को भी हिम्मत लगातार मिलती रही और उनकी हालत भी लगातार सुधर रही है।
यहाँ सबसे ख़ास बात यह है कि 106 वर्षीय मोहन पटेल का स्वस्थ्य होना इस बात का संदेश है कि सही समय पर सही उपचार और परिवार का साथ हो तो कोरोना वायरस को बिलकुल आसानी से हराया जा सकता है, जिसमे सबसे महत्वपूर्ण यह है कि कोरोना पॉजिटिव होने पर घबराने की बजाय हिम्मत से काम लेना भी जरूरी है।