सिवनी: नगरीय निकाय चुनाव में इस वर्ष अध्यक्ष का पद अप्रत्यक्ष प्रणाली से होगा जहां पार्षद ही निर्वाचित उम्मीदवार में से अध्यक्ष का चुनाव करेंगे।
पिछले पांच पंचवर्षीय कार्यकालों पर नजर डाली जाए तो प्रत्यक्ष प्रणाली से हुए मतदान के दौरान नपा सिवनी के मतदाताओं ने भाजपा प्रत्याशी श्रीमति पार्वती जंघेला, राजेश त्रिवेदी एवं श्रीमति आरती शुक्ला को विजयी बनाया था।
इन चुनावों में अब परिस्थितियां बदल गई हैं और पिछड़ा वर्ग पुरूष के लिए आरक्षित अध्यक्ष पद पर वो ही नेता काबिज होगा जिसके पास परिषद में बहुमत होगा।
जिला कांग्रेस संगठन द्वारा ओबीसी वर्ग के 9 महिला और पुरूष प्रत्याशियो ंको मैदान में उतारा है लेकिन इनमें से चार ऐसे चेहरे हैं जो नगरपालिका अध्यक्ष सिवनी का पद संभाल सकते हैं।
सबसे पहला नाम गुरूनानक वार्ड से मैदान में उतर चुके नपा के पूर्व उपाध्यक्ष राजिक अकील का है जिन्हें पालिका की राजनीति व प्रशासनिक कार्यप्रणाली का भरपूर अनुभव प्राप्त है। वहीं गांधी वार्ड से चुनाव लड़ रहे शफीक खान भी बड़े दावेदार हैं जो विभिन्न वार्डों से लगातार पार्षद रह चुके हैं।
इसके अलावा सभी वर्गों में लोकप्रिय सोहेल पाशा की नजर भी अध्यक्ष पद पर है। ध्यानचंद वार्ड से चुनाव लड़ रहे सोहेल की टिकिट भी छिंदवाड़ा से तय की गई है ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस इसी कद्दावर नेता पर अपना दाव लगा सकता है।
भाजपा का गढ़ माने जाने वाले सीवी रमन वार्ड से अंतिम क्षणों में कांग्रेस ने पूर्व मंडी अध्यक्ष पदम सनोडिया को मैदान में उतारकर संकेत दे दिया है कि वे भी अध्यक्ष के लिए दावेदार की सूची में शामिल हैं। मंडी अध्यक्ष के तौर पर पदम के पास भी प्रशासनिक अनुभव मौजूद है।
उपरोक्त सारे कयास चुनाव परिणाम आने के बाद ही तय होंगे क्योंकि अध्यक्ष पद के लिए पहली सीढ़ी पार्षद का चुनाव जीतना है। वर्तमान स्थिति में चारों ही नेता अपने वार्डों में त्रिकोणीय व चतुष्कोणीय संघर्ष में घिरे नजर आ रहे हैं।
अंतिम फैसला मतदाताओं को करना है लेकिन जिस तरह से वर्तमान स्थिति में प्रचार के मामले में कांग्रेस भाजपा से बेहतर स्थिति में दिख रही है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वर्षों से नपा की सत्ता से दूर कांग्रेस अप्रत्यक्ष प्रणाली से हो रहे इन चुनावों का फायदा उठाकर नगर सरकार में अपना प्रमुख काबिज करवाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है।