सिवनी : केवलारी (रवि चक्रवती) समीपस्थ ग्राम मलारी के खेरमाई प्रांगण में 23 जनवरी से शुरु होकर 31 जनवरी तक चलने वाली श्री राम कथा में अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका पूज्य प्राची देवी के द्वारा रामचरितमानस और श्री राम प्रसंग का सुंदर और संगीतमय वाचन किया जा रहा है
जिसे सुनने के लिए आस पास के ग्रामो से भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक चलने वाली राम कथा में आज कथा वाचिका प्राची देवी द्वारा छटवे दिवस में भगवान श्रीराम के द्वारा अहिल्या को श्राप मुक्त कर उसने उद्धार का वर्णन किया।
भगवान श्रीराम को मुनि विश्वामित्र ने गंगा अवतरण की कथा सुनाई और बताया कि हे राम तुम्हारे कुल में भक्त भगीरथ जैसे तपस्वी हुए जिन्होंने माँ गंगा को पृथ्वी पर के लाने के लिए घोर तपस्या की थी ।
इसके साथ ही श्री राम-सीता विवाह प्रसंग का सुंदर वर्णन करते हुए पूज्य प्राची दीदी ने बताया कि राजा जनक ने प्रण किया था कि जो भी शिवधनुष को तोड़ेगा और भगवान परसुराम के भ्रम को दूर करेगा वैदेही सीता उसे वरण करेंगी।भगवान श्रीराम ने गुरु आज्ञा से शिवधनुष भंग किया और माता सीता से उनका विवाह संपन्न हुआ।
भगवान अपने भक्तों के कष्टों का निवारण करने के लिए ही अपने अंश सहित अवतार धारण करते है और समाज मे मर्यादा का आदर्श प्रस्तुत करते हैं। उल्लेखनीय होगा कि पूज्य प्राची देवी के मुखारबिंद से राम कथा का रसपान करने के लिए भ्रामक भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है।