आदिवासी विभाग का कारनामा
सिवनी- नपा सिविनि के माध्यंम से वर्ष 2013-14 के दौरान मॉडल रोड निर्माण के दौरान सड़क के मध्य लगे विधुत पोलो व् ट्रांसफर को शिफ्ट करने हेतु 1 करोड़ 10 लाख का कार्य छिंदवाड़ा के विधुत ठेकेदार प्रकाश साहू को दिया गया।
इस दोरान पालिका को एजेंसी ना बनांकर तत्कालीन कलेक्टर भरत यादव ने समिति बनांकर सारे वित्तीय अधिकार आदिवासी विकास विभाग को सौप कर विधुत वितरण कंपनी को कार्य मानिटर करने के आदेश दिए।
पोल सिफिटग का कार्य प्रकाश साहू द्वारा आरभ तो किया गया लेकिन आज भी ऊक्त कार्य अपूर्ण पड़ा है ,वही नियम विरुद्ध तरीके से आदिवासी विकास विभाग के तत्कालीन सहायक आयुक्त अशोक सेंडे द्वारा बिना उपयोगिता प्रमाण जमा किये बिने नियम विरुद्ध तरीके से प्रकाश साहू को 41 लाख का भुगतान कर दिया,
जबकि ठेकेदार द्वारा केवल 50 लाख का उपयोगिता प्रमाण पत्र सहायक आयुक्त को दिया गया था,लेकिन कुल भुगतान 91 लाख कर दिया गया ।
इस मामले पर सी एम ओ नवनीत पांडेय द्वारा समय सीमा की बैठक में जिला कलेक्टर गोपाल डाँड़ का ध्यान आकर्षित करवाया, जिस के बाद कलेक्टर द्वारा ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए गये,
परतु वर्तमान सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकांम द्वारा पुनः पोल सिफिटग हेतु प्रकाश साहू को ही अधिकृत कर डाला जिसे लेकर जन चर्चा जारी है।