पेंच टाइगर रिजर्व के बफर जोन के अंतर्गत रूखड़ परिक्षेत्र में दिनांक 29.12.2017 को अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें ग्राम सावंगी, बावनथड़ी तथा कुरई के कक्षा 5वीं से 11वीं तक कुल 87 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
उन्हें रूखड़ के पास के नेचर ट्रेल का भ्रमण करवाया गया, नेचर ट्रेल में सर्वप्रथम तेंदुआ के पगमार्क, बाघ के साक्ष्य, स्केट, खरोंच, मकड़ी जाल, पौधों में परागण की क्रिया में कीट पंतगों, अन्य वन्यप्राणियों का महत्व, दीमक का रहवास, मृदा एवं जल संरक्षण, उसका निर्माण, विभिन्न प्रजातियों के वृक्षों का नाम, उनकावैज्ञानिक नाम, उनके उपयोग, विभिन्न प्रकार पक्षी, रेंगने वाले प्राणी (रेप्टाइल्स) आदि विषयों पर मास्टर्स ट्रेनर्स एवं वन अधिकारियों द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई। दुधिया नर्सरी में पौधे तैयार करने की विधि एवं रखरखाव के बारे में जानकारी दी गयी। इसके पश्चात् बफर क्षेत्र के वनों का भ्रमण कराया गया जिसमें उन्हें चीतल, सांभर, मोर, आदि वन्यप्राणियों को नजदीक से देखने का मौका मिला। इसके पश्चात् निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतियोगियों को ट्राॅफी देकर पुरस्कृत किया गया। दिव्यांग छात्र पुष्पेन्द्र द्वारा बनाई गई चित्रकला के लिए उसे विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही अनुभूति में भाग लेने वाले समस्त बच्चों को पेन, कैप, वन एवं वन्यप्राणियों से संबंधित पुस्तिका इत्यादि प्रदाय किया गया।
इस अवसर पर जनपद पंचायत उपाध्यक्ष देवेन्द्र राहंगडाले, कुरई के सरपंच अनिल भलावी, कन्या शाला कुरई की प्रधानपाठिका विनिता वाॅन्स, सम्मानित पत्रकार डी.पी. सनोडिया, अन्य स्कूलों के शिक्षक गण तथा पेंच टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक शुभरंजन सेन, सहायक वन संरक्षक बी.पी. तिवारी, रूखड़ के परिक्षेत्र अधिकारी सूरज उइके, अन्य क्षेत्रीय कर्मचारी एवं मास्टर ट्रैनर्स शुभांगी वास्के तथा राजेश टेंभरे भी उपस्थित रहे।
संयुक्त संचालक
पेंच टाईगर रिजर्व
सिवनी (म.प्र.)