आज के समय में जनता का सफर काफी आसान हो गया है, लेकिन कभी-कभी इस सफर में हालत अचानक बदल भी जाते है। इस खबर में हम बात करेंगे उसी तरह की घटना के बारे में जो सिवनी जिला मुख्यालय के कोतवाली थाने में हुई और जिसने सामाजिक स्तर पर हलचल मचा दी।
सटीक जानकारी का प्राप्त होना
सच्चाई का पहला स्तर हमेशा जानकारी से जुड़ा होता है। हमें यह जानकर हैरानी हुई कि सिवनी जिला मुख्यालय के कोतवाली थाने में हुई इस घटना का पहला स्रोत ॐ साई राम की बस थी, जो नागपुर से सिवनी के लिए करीब 12 बजे निकली थी।
दिवाली में मजबूरी का फायदा उठाकर मोटी कमाई के लिए बस कंडक्टर का कमाल
इस असामान्य घटना की शुरुआत बस कंडक्टर के अद्वितीय निर्णय से हुई थी। नागपुर से सिवनी की ओर मुड़ते समय, उन्होंने देवलापार, खवासा, कुरई, सौंसर, छिंदवाड़ा, और चौरई की सभी स्टॉप्स पर सवारियों को बस में बैठाने का निर्णय लिया।
यात्रीगण का गुस्सा
सिवनी जिला मुख्यालय पहुँचते पहुँचते जैसे जैसे समय बीतता चला गया वैसे वैसे यात्रियों में एक अजीब सा गुस्सा फैल गया। उनका कहना था कि इसमें उनकी सुविधा का कोई ख्याल नहीं रखा गया. 2 से 3 घंटे के साफर को बस कंडक्टर और ड्राईवर ने 7 घंटे का सफ़र बना दिया.
जनता की शिकायत
जल्दी ही इस इंसिडेंट की शिकायत कोतवाली थाना सिवनी में पहुंची। यहां पहुंचकर बस को सीधे थाने ले जाने का निर्णय लिया गया और बस कंडक्टर को पुलिस के सामने बुलाया गया।
कंडक्टर की फरारी
हालांकि, जब पुलिस ने बस कंडक्टर को सवारियों के शिकायतों के बारे में पूछताछ की, तो उन्होंने त्वरित ही फरार हो जाने का फैसला किया। यह घटना हैरान करने वाली है क्योंकि इससे तो यह स्पष्ट होता है कि कुछ गड़बड़ है।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई
बस कंडक्टर की फरारी के बाद, सिवनी पुलिस ने इस मामले में त्वरित कदम उठाए। उन्होंने यात्रा के सभी विवादित स्टॉप्स की पूरी जानकारी मांगी और इसमें गड़बड़ी की जानकारी देने के लिए सवार यात्रीगण से बातचीत की।
इस असामान्य घटना ने बताया कि आपकी सुरक्षा हमेशा पहले आती है। इसका सीधा संबंध जनता के साथ होता है और यह इंसीडेंट ने दिखाया कि लोगों को अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए।