सिवनी – जिला चिकित्सालय परिसर में निर्माणाधीन नर्सेस ट्रेनिंग सेंटर के विशालकाय भवन में बसंत पंचमी के अवसर पर देर रात तक रंगारंग कार्यक्रम चलते रहे। इन कार्यक्रमों के लिये जिला प्रशासन से अनुमति भी संभवतः नहीं ली गयी थी। यह भवन अब तक ठेकेदार के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरीत नही किया गया है।
सूत्रों का कहना था कि सीएमएचओ कार्यालय के कुछ सविंदा कर्मचारियों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को यह मशविरा दे दिया गया कि बसंत पंचमी पर एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन रख दिया जाये। इसके लिये आला अधिकारियों की सहमति मिलते ही इन कर्मचारियों के द्वारा जिला चिकित्सालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित सीएमएचओ कार्यालय के अधीन जिले भर में कार्यरत संस्थाओं को इस कार्यक्रम में होने वाले व्यय के लिये चंदे का लक्ष्य दे दिया गया। बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के द्वारा इस कार्यक्रम की जवाबदारी डीपीएम सन्दीप चोहान,डीसीएम
सन्दीप श्रीवास ,सहित सभी बीएमओ को सोपि गई थी
देर शाम 7 बजे आरंभ हुआ यह कार्यक्रम आधी रात के बाद तक चलता रहा। देर रात 12 बजे तक चले इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने अपने गाने की सारी हसरतें पूरी कीं। इस दौरान मदिरा के दौर भी चोरी छुपे चले बताये जाते है
स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के द्वारा जिला प्रशासन की अनुमति के बिना ही संपन्न कराये गये इस कार्यक्रम में अधीनस्थ महिला और पुरूष कर्मचारियों से भी गाने गवाये गये और अनेक लोगों ने इस अवसर पर जमकर ठुमके भी लगाये।
जिस स्थान पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, वह नर्सों के लिये प्रशिक्षण स्थल के रूप में बनाया जा रहा है। नर्सेस ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण देने और कार्यालयीन कर्मचारियों के अलावा अन्य पुरूषों का प्रवेश प्रतिबंधित होता है पर सीएमएचओ डॉ.के.सी. मेश्राम के द्वारा इस बात की परवाह किये बिना इस कार्यक्रम को करवा दिया गया।
इसी तरह सूत्रों ने आगे कहा कि विभाग की महिला कर्मचारी देर रात तक चलने वाले इस कार्यक्रम में आला अधिकारियों के गानों पर ताली बजाने पर मजबूर थीं। महिला और पुरूष कर्मचारी आँखों में नींद की खुमारी लिये देर रात तक वहाँ रहने पर इसलिये मजबूर हो रहे थे .
इस मामले में डॉ.के.सी. मेश्राम चर्चा के दौरान कहा कि यह कार्यक्रम विभाग में पदस्थ डॉक्टर व कर्मचारियों का पारिवारिक कार्यक्रम था, जिसमे लगभग सभी लोग परिवार के साथ आये थे।
स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के द्वारा खुद ही उस भवन में जिसे अभी तक स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित नहीं किया गया है में इस तरह के आयोजन किया जाना समझ से परे है।
इस आयोजन में जिला होस्पिटिल में पदस्थ नामचीन डॉक्टर व नर्सिग कालेज में कार्य रत नर्से भी शामिल हुईं