सिवनी : खैरा पलारी (रवि चक्रवती) : भारत-चीन सीमा स्थित गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हुए 20 अमर जवानों के अंतिम संस्कार दिवस पर अंतर्राष्टीय हिन्दू परिषद,राष्टीय बजरंग दल सिवनी एवं सर्व व्यापारी संगठन ओर जिले भर में आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के चित्र को अग्नि में समर्पित कर व मोमबत्ती जलाकर अमर शहीद जवानों को भावभीनी श्रद्धाजंलि दी तथा चाइनीज वस्तुओं के प्रयोग न करने का संकल्प लिया।
तो वही सिवनी जिले के केवलारी ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम खैरा पलारी में भी शुक्रवार सायं 6:00 बजे बस स्टैंड शहीद स्तंभ पर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल तथा क्षेत्रीय कृषक मजदूर एवं युवाओं द्वारा सामूहिक रूप से भारत चीन सीमा पर हुए शहीद सैनिकों को सादर श्रद्धांजलि देने उपस्थित जनसमुदाय ने पूरे आक्रोश के साथ श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ चीन के द्वारा निरंतर हमारी सीमा पर जो उपद्रव मचाया जा रहा है उस बात को समझ कर भारत सरकार से भारत के प्रधानमंत्री गृहमंत्री एवं रक्षा मंत्री से चीन से बदला लेने के लिए संकल्प लिया
इतना ही नहीं भारत सरकार ने जो चीन को भारत की सर जमी पर बाजार उपलब्ध कराया है उस करार को भी तुरंत समाप्त किया जावे एवं क्षेत्रीय नागरिकों ने यह भी संकल्प लिया उपस्थित जनसमुदाय ने भारत के देश प्रेमी सच्चे सपूतों को उनके बलिदान को सदैव याद रखने की सौगंध के साथ उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही भारत माता की जय वंदे मातरम जय जवान जय किसान के गुंजायमान नारों के साथ सभी उपस्थित जन समुदाय के चेहरे में जितना आक्रोश था उतनी ही चीन के प्रति नफरत भी दिख रही थी सरकार को शीघ्र चीन के साथ बदला लेना चाहिए ऐसी भी चर्चा जोर शोर से चल रही है
डॉ प्रमोद राय द्वारा कहा कि देश की अस्मिता व सीमा की रक्षा हेतु हमारे वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहूति दी है। सीमा पर जहां हमारी बहादुर सेना चीनी सैनिकों को उनके दुस्साहस का सबक सीखा रही है वहीं हम सब देशवासी यदि शहीद जवानों को सच्ची श्रद्धाजंलि देना चाहते हैं तो हमें संकल्प लेना होगा कि भविष्य में हम चाइनीज सामान का प्रयोग न करें। डॉ राय ने कहा कि वह आज से ही संकल्प लेते हैं कि कभी भी चाइनीज वस्तु न खरीदेंगे न ही उसका प्रयोग करेंगे।
हमारे देश से कमाये हुए धन से ही चीन गोल-बारूद बनाकर हमारे सैनिकों पर ही इस्तेमाल कर रहा है। चीनी सेना व सरकार को सबक सिखाने के लिए चीन में निर्मित मोबाइल फोन, खेल-खिलौने, एलसीडी, चाइनीज मोबाइल एप इत्यादि इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर चीन के आर्थिक चोट देनी चाहिए। अगर हम सच्चे भारतवासी है तो हमें संकल्प लेना होगा कि हम चाइना का बना कोई भी सामान नहीं खरीदेंगे तथा चाइनीज मोबाइल एप का भी इस्तेमाल नहीं करेंगे। हम सभी व्यापारियों व युवा साथियों को चाइना की वस्तुओं की खरीद- फरोख्त के खिलाफ अभियान चलाना होगा।