सिवनी। शहर के बीचों-बीच स्थित बस स्टैंड पर हुई गुंडागर्दी ने आम लोगों में दहशत फैला दी थी। लेकिन कोतवाली पुलिस की त्वरित कार्रवाई से छह आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक श्री सुनील मेहता ने साफ कहा है कि अवैध गतिविधियों और शहर में अशांति फैलाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
मामला क्या है?
27 सितंबर 2025 को ग्राम नांदिया कला निवासी अमन साहू अपने मित्र अंकित साहू के साथ दवाई लेने के लिए बस स्टैंड के पास पहुंचा। तभी रास्ते में एक सहेली से बातचीत के दौरान आरोपी असीम बैग, निवासी छोटी पुलिस लाइन सिवनी, वहां पहुंचा और अमन साहू को रोककर अभद्र भाषा में गालियां देने लगा।
बात इतनी पर नहीं रुकी, असीम ने अपने साथियों अब्दुल मुजाहिद, मोहम्मद आदिल, मोहम्मद हस्सान खान, नसीम, साकिब और नोमान को भी मौके पर बुला लिया। इसके बाद सभी ने मिलकर अमन साहू के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की शिकायत मिलते ही थाना कोतवाली सिवनी में अपराध क्रमांक 822/2025 पंजीकृत किया गया। आरोपियों पर धारा 126(2), 296, 115(2), 351(2), 3(5) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश और एएसपी श्री दीपक मिश्रा एवं सीएसपी श्रीमती पूजा पाण्डेय के मार्गदर्शन में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने सभी छह आरोपियों को धर दबोचा और माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया।
गिरफ्तार आरोपी
- मुजाहिद पिता मुजीब बैग, उम्र 19 वर्ष, निवासी भगतसिंह वार्ड सिवनी
- आदिल पिता नूर मोहम्मद, उम्र 20 वर्ष, निवासी हड्डी गोदाम सिवनी
- साकिब पिता यूनुस खान, उम्र 21 वर्ष, निवासी पिंजारी मोहल्ला सिवनी
- मोहम्मद नसीम उर्फ अनीस पिता शेख रमजान, उम्र 40 वर्ष, निवासी KGN कॉलोनी सिवनी
- मोहम्मद हस्सान पिता नूर मोहम्मद, उम्र 19 वर्ष, निवासी भगतसिंह वार्ड सिवनी
- असीम पिता अलीम मिर्जा, उम्र 18 वर्ष, निवासी छोटी पुलिस लाइन सिवनी
पुलिस टीम की सराहना
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली श्री किशोर बामनकर के साथ उपनिरीक्षक दयाराम शरणागत, दिनेश रघुवंशी, जसवंत ठाकुर, आरक्षक अमित रघुवंशी, अजेन्द्र पाल, प्रतीक बघेल, सिद्धार्थ दुबे, दिलीप उइके एवं चालक इरफान की विशेष भूमिका रही।
सिवनी पुलिस ने यह साफ कर दिया है कि शहर में गुंडागर्दी और अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घटना के बाद आम नागरिकों में पुलिस के प्रति भरोसा और भी मजबूत हुआ है।