
केवलारी //पर्यावरण संरक्षण की दिशा मे सरकार लोगो को जागरुक करने के लिए अनेक अभियान के साथ बृक्ष रोपण को बढावा दे रही है लेकिन वन माफिया का साम्राज्य चारो तरफ फैला नजर आता है, केवलारी तहसील क्षेत्रांतर्गत अधिकांश भूभाग रिजर्व वन के लिए सुरक्षित है ।वन माफिया के हौसले इतने बुलंद है कि समूह बनाकर रातोंरात जंगलो की बेशकीमती सगोन की कटायी कर व्यवसाय कर रहे है
वन जीव ओर वन सम्पदा की रक्षा के लिए हमेशा विभाग जंगलो मे गश्ती अभियान चलाता रहता है ।दिनांक 3/10/2018 की शाम करीब 7 वजे वनपाल इन्द्रजीत परते अपने वनरक्षको के साथ देवझिर -अर्जुनझिर बीट क्षेत्र से जाते हुये सघन वन क्षेत्र मे मोटरसाइकिल की हलचल ओर बृक्ष गिरने के आभास होने पर तुरंत सूचना वन सुरक्षा समिति कुम्हणा, भोरगोन्दी अर्जुनझिर के सदस्यो , वनपरिक्षेत्र अधिकारी बी •एल• पाल, वन मंडलधिकारी सिवनी को देकर मौके पर निगरानी रखी गयी वनपरिक्षेत्र अधिकारी के साथ जब सभी लोग पहुंचे तब देर रात्रि को तीन तरफ से घेराबंदी की गयी लेकिन वन सम्पदा चोरो को शायद घेराबंदी की भनक लगने से भागने मे सफल हो गये वनविभाग दल को बीट 491 सघन वन क्षेत्र से दो सागौन के बृक्ष धराशायी मिले ओर चारो तरफ खोजबीन मे आठ नग सिल्ली( 1•844 सीएमटी सगोन ) ओर सात अलग अलग कम्पनी की मोटरसाइकिल मिली है।चोरो की संख्या सम्भवतः 14 थी क्योकि मोटरसाइकिल सात पकड़ मे आयी है पकडायी गयी लकड़ी की कीमत लगभग 1•5 लाख रुपये हे ।
सिल्ली ओर मोटरसाइकिल की जब्ती कर विभाग ने वन अपराध प्रकरण क्रमांक — 37350 -16–17–18–19 –37353–11 –12–13 दिनांक 3/10/2018 दर्ज कर मोटरसाइकिल के आधार पर अपराधियो की पतासाजी कर रही है ।इस वन सम्पदा को पकड़ने के लिए बी• एल•पाल वनपरिक्षेत्र अधिकारी इन्द्र जीत परते, आशूकांत तन्तूवाय, डी सी सोलंकी वनपाल संजय खूटाफले, अखिलेश सरोते, रामसंजीवन बैगा, सुखदेव यादव, गजेन्द्र शर्मा वनरक्षको सहित कुम्हणा भोरगोन्दी अर्जुनझिर देवझिर वन सुरक्षा समिति के सदस्यो का सराहनीय योगदान रहा .