सिवनी । सिवनी जिले के पेंच टाइगर रिजर्व अंतर्गत 27 से 30 जनवरी के मध्य, प्रथम बार पक्षी सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। यह कार्य इन्दौर की संस्था वाइल्ड लाइफ एंड नेचर कंजरवेंसी के सहयोग किया जा रहा है।
इस सर्वेक्षण के लिए संस्था के माध्यम से पूरे देश में पक्षी विशेषज्ञों के ऑनलाईन आवेदन आंमत्रित किये गये। प्राप्त आवेदनों के आधार पर स्वयंसेवकों को उनके सर्वेक्षण कार्य के पूर्व के अनुभव एवं दक्षता को आधार मानकर 27 जनवरी को कर्माझिरी आमंत्रित किया गया।
10 राज्यों के 65 पक्षी विशेषज्ञ इस काम के लिए एकत्रित हुए। वहीं इस सर्वेक्षण को लेकर पेंच प्रबंधन अत्यंत उत्साहित है एवं आशा है कि कुछ अत्यंत्र विरली प्रजातियां भी सर्वेक्षण के माध्यम से प्राप्त होंगी।
पेंच टाइगर रिजर्व के उपसंचालक अधर गुप्ता ने शुक्रवार को हिन्दुस्थान समाचार से चर्चा करते हुए बताया कि सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों की गणना करना है ताकि प्रबंध हेतु योजना बनाते समय उनके प्राकृतिक आवास, व्यवहार आदि के संबंध में बेहतर प्रयास किये जा सकें।
पेंच टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक, अशोक कुमार मिश्रा द्वारा सर्वेक्षण में सम्मिलित समस्त पक्षी विशेषज्ञों का पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी में स्वागत किया गया एवं सर्वेक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया गया। कोरोना प्रोटोकाल का पूर्णतः पालन करने के लिए समझाईस दी गयी।
इस सर्वेक्षण में स्वयंसेवक मोबाईल एप के माध्यम से सर्वेक्षण का कार्य करेंगे। इस हेतु सम्पूर्ण पार्क के कोर एवं बफर क्षेत्रों में चिन्हित स्थलों पर शुक्रवार को एक एवं दो सदस्यों का दल बनाकर रवाना किया गया, जहां पक्षी विशेषज्ञ स्थानीय कर्मचारियों के सहयोग से ट्रांजेक्ट लाईन एवं ट्रैल पर चलकर सुबह शाम की दो पालियों में सर्वेक्षण का कार्य करेंगे।
उन्होंने बताया कि रविवार 30 जनवरी को सर्वेक्षण उपरांत सभी दल कर्माझिरी में एकत्रित होंगे और डेटा का संकलन कार्य किया जावेगा, जिससे यह विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त होगी और पेंच पार्क की अमूल्य पक्षी सम्पदा की वास्तविक जानकारी हो पायेगी।
डब्ल्यू.एन.सी. के अध्यक्ष सुरेन्द्र बागड़ा ने पेंच पार्क में पक्षी सर्वेक्षण हेतु आये सभी पक्षी विशेषज्ञों का अभिनन्दन करके पक्षी सर्वेक्षण के मोबाईल एप्लीकेशन को संचालित करने के विषय में जानकारी दी।