Seoni News: हाल ही में सिवनी के जबलपुर रोड स्थित वाटिका सेलिब्रेशन में आयोजित हुआ खाटू श्याम बाबा का संकीर्तन अपने आप में एक अद्भुत भक्तिमय अनुभव रहा। इस आयोजन में देशभर से आए श्रद्धालुओं ने भाग लिया और बाबा श्याम की भक्ति में पूरी रात झूमते रहे। राजस्थान के खाटू नगरी में विराजित बाबा श्याम के भजनों से सिवनी की यह धरती भी गूंज उठी।
खाटू श्याम बाबा के प्रति श्रद्धालुओं का अटूट विश्वास
खाटू श्याम बाबा को कलियुग के महाभारत योद्धा ‘बर्बरीक’ के रूप में भी जाना जाता है। बाबा श्याम के प्रति श्रद्धालुओं का विश्वास और प्रेम इतना अटूट है कि उनके संकीर्तन में शामिल होने के लिए लोग देश के कोने-कोने से आते हैं। बाबा श्याम के भजनों और कीर्तन में डूबकर भक्तगण भक्ति की ऐसी धारा में बहते हैं कि उन्हें संसार की चिंता से कोई मतलब नहीं रह जाता।
विशिष्ट कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियां
इस विशेष कार्यक्रम में जयपुर, राजस्थान से आए गायक आयुष सोमानी, राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ से आई महिला गायक राधिका शर्मा और कामठी, नागपुर से आए सुमित शर्मा जैसे प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से भक्तों को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। उनके गाए भजनों ने समस्त वातावरण को भक्ति मय बना दिया।
बाबा श्याम के भजनों के माध्यम से कलाकारों ने भक्तों को ऐसी आध्यात्मिक यात्रा पर ले जाया जहां केवल भक्ति और प्रेम का साम्राज्य था। संकीर्तन में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए, जिससे श्रद्धालु अपनी सुध-बुध खोकर भक्ति में झूमने लगे।
महिलाओं ने भी किया भक्ति में नृत्य
संकीर्तन के दौरान महिलाओं का उत्साह देखने लायक था। वे न केवल भजनों का आनंद ले रही थीं, बल्कि भक्ति भाव में डूबकर जमकर नृत्य भी कर रही थीं। बाबा श्याम के प्रति उनका समर्पण और प्रेम इतना गहरा था कि वे घंटों तक थिरकती रहीं। इस आयोजन में सिवनी की महिलाओं ने भक्ति और नृत्य के माध्यम से अपनी श्रद्धा और आस्था का अनूठा प्रदर्शन किया।
धार्मिक आयोजनों का महत्व
संकीर्तन में उपस्थित प्रमुख अतिथियों ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए धार्मिक आयोजनों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ऐसे आयोजन न केवल भक्ति को बढ़ावा देते हैं, बल्कि समाज में एकता, प्रेम और सद्भावना का संदेश भी फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि इन आयोजनों से समाज में धार्मिक चेतना का संचार होता है, जो व्यक्ति के आत्मिक विकास के लिए अति आवश्यक है।
रातभर चला भक्ति का महासंगम
यह आयोजन पूरी रात चलता रहा और श्रद्धालुओं की भक्ति की ऊर्जा रातभर चरम पर रही। गायक कलाकारों ने ऐसे-ऐसे भजन प्रस्तुत किए, जिनसे हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। महिला गायक राधिका शर्मा और आयुष सोमानी के मधुर स्वरों ने श्रोताओं को भक्ति रस में डुबो दिया।
अखंड ज्योति और आरती का आयोजन
संकीर्तन की शुरुआत अखंड ज्योति प्रज्वलित कर की गई, जिससे समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया। संकीर्तन के अंत में बाबा श्याम की विशाल आरती का आयोजन किया गया, जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने भाग लिया। आरती के बाद प्रसाद वितरण का भी कार्यक्रम रखा गया, जिसमें भक्तगणों ने प्रसाद ग्रहण कर अपनी भक्ति को पूर्णता दी।
संपूर्ण आयोजन में विशेष सहयोग
इस आयोजन के सफल संचालन में सिवनी के संतोष कुमार जोशी और कृष्ण कुमार सोनी का विशेष सहयोग रहा, जिन्होंने संकीर्तन की व्यवस्था को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी समर्पित सेवा और भक्ति ने आयोजन को सफल बनाने में बड़ी भूमिका निभाई।
श्रद्धालुओं का अनुभव
आयोजन में शामिल हुए श्रद्धालुओं ने बताया कि यह संकीर्तन उनके लिए आध्यात्मिक अनुभव से कम नहीं था। वे बाबा श्याम के भजनों और संकीर्तन से इतनी गहराई से जुड़े कि उन्हें लगा जैसे वे स्वयं खाटू नगरी में बाबा श्याम के सान्निध्य में हैं। उनके अनुसार इस तरह के धार्मिक आयोजन जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करते हैं।
आयोजन का समापन
संकीर्तन का समापन बेहद भक्तिमय वातावरण में हुआ। आरती और प्रसाद वितरण के बाद श्रद्धालु भक्ति से ओतप्रोत होकर अपने घर लौटे। उन्होंने बाबा श्याम के प्रति अपनी अटूट आस्था और प्रेम को न केवल महसूस किया, बल्कि दूसरों तक भी इसे फैलाने का संकल्प लिया।
यह आयोजन इस बात का प्रतीक था कि खाटू श्याम बाबा की भक्ति केवल एक धार्मिक गतिविधि नहीं, बल्कि जीवन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देने वाला एक महान अवसर है।