सिवनी : आज दिनांक 30/8/2019 को अशासकीय शैक्षणिक संगठन के समस्त पदाधिकारियों एवं प्राध्यापकों द्वारा विद्यालयों एवं महाविद्यालयों की विभिन्न मांगों को लेकर माननीय मुख्यमंत्री जी एवं स्कूल तथा उच्च शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन अपरान्ह 2 बजे समस्त पदाधिकारियों की उपस्थिति सौंपा गया,जिसमें छात्रों की बढती संख्या को देखते हुए महाविद्यालयों में प्रवेश का एक चरण और प्रदान करने,एम एस सी(रसायन,गणित,भौतिक) जैसे स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में शासकीय महाविद्यालयों की तरह ,सीट बढ़ाने का अधिकार प्रदान करने की अपेक्षा की है।
ज्ञातव्य है कि शासकीय महाविद्यालय हर वर्ष छात्र संगठनों के दबाव में स्नातक कक्षाओं में 200-500 तक तथा स्नाकोत्तर में 20-50 सीटें तक बढ़ा रहा है।जबकि अशासकीय महाविद्यालयों में 20वर्षो बाद भी सीटें नहीं बढाए जाना ,शासन की भेदभाव पूर्ण नीति रही हैं। ज्ञातव्य हो कि सी एल सी चरण में छात्रों को 9महाविद्यालय का विकल्प दिये जाने की मांग की गई क्योंकि जब छात्र सी एल सी चरण में एक ही महाविद्यालय को भरता है तो सीट भरने की स्थिति में वह रिक्त स्थान महाविद्यालयों से वंचित रह जाता है।
इस अदूरदर्शीता के कारण 2000 के लगभग छात्र महाविद्यालयों में अभी भी प्रवेश नहीं ले पाए हैं अतः छात्र हित में महाविद्यालयों में रिक्त स्थानों को देखते हुए पंजीयन /वेरिफिकेसन का एक अवसर अवश्य प्रदान किया जाए।संगठन द्वारा विद्यालयों की तीन महत्वपूर्ण मांगों जिसमें मान्यता की अवधि पांच वर्ष करने की आवश्यकता पर बल दिया।साथ ही जिन विद्यालयों द्वारा पांच वर्ष की मान्यता राशि जमा कर दी गई है,उन्हे 5वर्ष की मान्यता प्रदान करने,तथा 2016 से अभी तक प्रदान नहीं की गई आर टी ई की राशि का तत्काल भुगतान करने की मांग की गई।
इस अवसर पर संगठन के अध्यक्ष डॉ के के चतुर्वेदी,उपाध्यक्ष श्रीराम कुमार रघुवंशी,श्री तेर सिंह रांहगडाले श्री राणा सर सचिव श्री अखिलेश तिवारी,सह-सचिव श्री फिरदोस खान श्री गजेश ठाकरे,श्री बरमैय्या ,आई टी आई संघ से श्री टी आनंद सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित रहे।