बायो मेडिकल वेस्ट परोस रहा है मरीजों को मुफ्त में बीमारियां
इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में नगरीय एवं ग्रामीण अंचलों से आने वाले मरीज विभिन्न तरह की बीमारियों का इलाज कराने भर्ती होते है, लेकिन पैइंग वार्ड के समीप अस्पताल से निकलने वाला बायो मेडिकल वेस्ट कई माह से अनुबंधित कंपनी कृपा वेस्टेज द्वारा उठाया नहीं गया है, जिसके चलते मरीजों के साथ ही उनके परिजनों को भी घातक बीमारियां होने की आशंका निर्मित हो गई है।
सिवनी । अस्पताल परिसर में संचालित सामाजिक न्याय विभाग कार्यालय के पीछे प्रतिदिन जिला चिकित्सालय से निकलने वाली बायो मेडिकल वेस्ट की सामग्री को एकत्रित करने के लिये बनाया गया कक्ष सीरींज, नीडिल, हैंड ग्लवस, मास्क व प्लास्टिक के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं द्वारा जन्म दिये गये बच्चों की नाल से भरा पड़ा है, स्थितियां इतनी गंभीर इसलिये हुई क्योंकि विगत 4 माह से कृपा वेस्टेज द्वारा कचरे का निष्पादन करने हेतु सामग्री को उठाया ही नहीं गया।
मालूम हो कि जिला चिकित्सालय में विभिन्न तरह की बीमारियों से ग्रसित मरीजों का ऑपरेशन भी किया जाता है, जिसके बाद निकला मांस एवं रक्त भी इसी कचरे के ढेर में कई माह से सड़ रहा है, जिससे वायु के प्रभाव के साथ घातक बैक्टीरिया निकटतम स्थल में स्थित वार्डों में भर्ती मरीजों को बीमारियों से ग्रसित कर सकते हैं।
ज्ञात हो कि अप्रैल 2018 से जिला चिकित्सालय प्रबंधन द्वारा आउट सोर्स माध्यम से कृपा वेस्टेज को उक्त कार्य संपादित करने हेतु प्रतिमाह 46 हजार 900 रूपये की राशि देने के लिये अनुबंधित किया था, लेकिन अफसोस का विषय यह है कि कार्य एजेंसी बायो मेडिकल वेस्ट परिवहन करने में गंभीर लापरवाही बरत रही है।