मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के लखनादौन विकासखंड में 28 फरवरी 2025 को जनजातीय कार्य विभाग, मध्य प्रदेश शासन एवं मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में सक्षम जीवन कौशल कार्यक्रम के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण बाल संरक्षण (पॉक्सो और जेजे एक्ट) पर छात्रावास अधीक्षकों के लिए एक दिवसीय क्षमतावृद्धि प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में धनौरा, लखनादौन और घंसौर के कुल 55 छात्रावास अधीक्षकों ने भाग लिया।
दिनांक 28.02.2025 को सिवनी जिले के लखनादौन विकासखंड में जनजातीय कार्यविभाग मध्य प्रदेश शासन एवं मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में सक्षम जीवन कौशल कार्यक्रम के अंतर्गत (धनौरा लखनादौन घंसौर) के छात्रावास अधीक्षको का बाल सरंक्षण (पाक्सो और जेजे एक्ट) पर एक दिवसीय क्षमतावृध्दि प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन वन विद्यालय लखनादौन में किया गया जिसमें 55 छात्रावास अधीक्षको की सहभागिता रही।
प्रशिक्षण का प्रमुख उद्देश्य छात्रावास अधीक्षको को बाल सरंक्षण कानून व बाल अधिकारो पर बेहतर समझ विकसित करना जिससे वह अपने अपने दायित्व को अधिक प्रभावी ढंग से निभाने में सक्षम होगे।
लखनादौन एसडीओपी श्री अपूर्व भलावी जी ने अधीक्षको को पाक्सो और जेजे एक्ट का महत्व साथ ही पुलिस एवं कानून बाल सरंक्षण की प्रक्रिया में किस तरह मदद करते है इसके बारे में भी बताया। उन्होने कहा कि छात्रावास अधीक्षको को बाल अधिकारो एवं बाल बाल सरंक्षण के नियमो की जानकारी होना अति आवश्यक है।
महिला एवं बाल विकास विभाग प्रमुख अधिकारी श्रीमती राजश्री मेश्राम जी के द्वारा बताया गया कि सुरक्षा, शिक्षा और सुपोषण हर बच्चे का अधिकार हैं। बच्चों के अधिकारो को सुरक्षित करना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। बच्चों के अधिकारो को संरक्षण करने के लिए सभी का संवेदनशील होना बहुत जरुरी है।
प्रशिक्षण में NRLM से ब्लॉक मैनेजर श्री द्विवेदी जी, लखनादौन विकासखंड विकास अधिकारी श्री नीरज दूबे सर व बीआरसी श्री राम पटले सर, बीएससी श्री कैलाश साहू जी, सक्षम नोडल अधिकारी श्री सुनील साहू जी के द्वारा प्रतिभागियो को महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में सक्षम जीवन कौशल कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक श्री रवि प्रताप सिंह तोमर एवं ब्लॉक मैनेजर के रूप में अंकित जी, रंजीत जी, नेहा जी एवं नेत्रपाल जी के द्वारा सहयोग प्रदान किया गया। आज का प्रशिक्षण सभी प्रतिभागियों के लिए अत्यंत लाभकारी एवं प्रेरणादायक रहा, जिसमें छात्रावास अधीक्षकों को बाल सुरक्षा, संरक्षण एवं सशक्तिकरण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ और कौशल प्राप्त हुए, जो उनके कार्यक्षेत्र में उपयोगी सिद्ध होंगे।