सिवनी, बरघाट,धारनाकला: जनपद सिवनी की जमीन पर खड़ी हो रही इमारतें। एक ओर जिले के संवेदनशील जिला कलेक्टर, शासकीय जमीन को मुक्त करके जनसामान्य को सुविधा प्रदान कर रहे हैं, और इसी के तहत सिवनी जिले के बस स्टैंड छेत्र से शासकीय जमीन को मुक्त भी करा दिया गया है।
वही दूसरी ओर, जनपद सभा सिवनी के नाम से राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज भूमि पर एक ही बजाय तीन मंजिल की इमारतें खड़ी हो रही हैं, जिस ओर न तो जनपद सभा सिवनी का ही ध्यान जा रहा है और न ही राजस्व विभाग ऐसी स्थिति में अनुमान लगाया जा सकता है कि शासकीय जमीन का किस तरह दोहन खुलेआम हो रहा है।
कैसे हुई शासकीय जमीन की संशोधन
उल्लेखनीय है कि सिवनी बालाघाट रोड से लगी शासकीय जमीन जिसका कुल रकबा वर्ष 1988-89 में 0.59 एकड़ था और इसका खसरा 960 था, इसी शासकीय भूमि का मुख्य रोड से लगने वाला कीमती हिस्सा था, जिसकी वर्तमान मूल्य करोड़ों रुपये है।
इस पर संशोधन किया गया और यह बेच दी गई, लेकिन इस पर ध्यान देने की ज़िम्मेदार ने उपयुक्त रूप से नहीं देखा, और वही दूसरी ओर, साठ गाँठ के तहत संशोधित भूमि का खसरा 960 के स्थान पर 596/960/1, 596/960/2, 596/960/4, और 596/960/5.6 में बदल गया और यही रकबा लाखों रुपये के मूल्य पर बेचा गया, लेकिन जवाबदार व्यक्तियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया, जिससे कई संदेह उत्पन्न हो रहे हैं।
क्या जनपद सभा सिवनी को भी इसकी जानकारी नहीं है कि भूमि संशोधित हो रही है?
उल्लेखनीय है कि जनपद सभा सिवनी के नाम से दर्ज भूमि पर अनेक बार सुगम काम्प्लेक्स के निर्माण की नींव तैयार हुई है और अनेक बार इस भूमि का सीमांकन भी हुआ है, और नोटिस भी जारी किए गए हैं, लेकिन संबंधित व्यक्तियों ने अपने स्वार्थ के कारण केवल अपने स्वार्थ के लिए ही काम किया है, इसलिए आज तक सुगम काम्प्लेक्स का निर्माण ही एक सपना बनकर रह गया है, जिससे सैकड़ों बेरोजगार आज भी उन्हें रोजगार का अवसर नहीं मिला है।
जमीन हाथियाने पर सबकी नजर, पर विकास पर किसी का ध्यान नहीं
यह भी उल्लेखनीय है कि धारणाकला की इस कीमती जमीन को अपने नाम पर परिवर्तित कराने के लिए जोर लगा रही है, जहां जनपद बरघाट भी ऐसी चोटी का जोर लगा रहा है, वही दूसरी ग्राम पंचायत धारणाकला के नाम पर भूमि का हस्तांतरण करने का सांद किया गया है, लेकिन इस भूमि पर निष्पक्ष रूप से जनता के हित में विकास की पहल कभी नहीं की गई है, और इसी कारण यह मूल्यवान ज़मीन आज भी अतिक्रमण के जाल में फँसी हुई है।