सिवनी: सिवनी मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत पलारी के चूनाभट्टी में रहने वाले लोगों की समस्याओं का स्थानीय जनप्रतिनिधि एवम् अधिकारी निराकरण नहीं कर पाए तो , मजबूरीवश मुख्यमंत्री के लाड़ली बहनों को भोपाल तक पैदल ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने निकल पड़ी।
मामला ग्राम पंचायत पलारी का है जहां रेल्वे द्वारा कार्य शुरू होने से पहले आनन फानन में लोगों को चूनाभट्टी विस्थापित किया गया। बता दें कि जहां इन लोगों को विस्थापित किया गया है वह भूमि वन क्षेत्र में आता जिसके चलते यहां न तो सड़क, बिजली की सुविधा है और न ही पानी की व्यवस्था है जिससे यहां के रहवासी बदहाली का जीवन यापन करने को मजबूर हैं।
बदहाली का जीवन जी रहे चूनाभट्टी निवासियों द्वारा कई बार स्थानीय नेताओं से आवेदन निवेदन भी किया गया, यहां तक की भूख हड़ताल तक इनके द्वारा की गई लेकिन इन्हें सुविधाओं के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही हाथ लगा है।
वहीं यहां निवासरत लोगों का तो यह तक कहना है कि पंचायत चुनाव के वक्त वोट लेने हेतु कई झूठे वादे इनके द्वारा किए गए लेकिन पद मिलते ही अब नौबत आ गई है कि पंचायत से कार्य करवाने हेतु अब इन्हें रुपए देने पड़ते हैं।
चूनाभट्टी के निवासियों की मांग जब यहां के जिम्मेदार पूरा नहीं कर पाए तो आखिरकार निवासरत महिलाएं सिवनी से भोपाल पैदल लगभग 400 किलोमीटर चलकर यह उम्मीद से गई हैं की हम लाडली बहनों के भाई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमारी मांगों को पूरा करेंगे।
ग्राम पंचायत पलारी छिड़िया स्थित चूनभट्टी के लोगों का कहना है कि उन्हें विगत दो- तीन वर्ष पूर्व हम लोगों को रेलवे विभाग द्वारा हमें अपने घरों से हटाकर ग्राम पंचायत पलारी मे विस्थापित किया गया था।
हम लोगों को जहां विस्थापित किया गया है। जो कि वन विभाग की भूमि है एवं जंगल से लगी हुई है। हम लोगो को विस्थापित करते समय ज़िला प्रसासन द्वारा मूलभूत व आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने का आस्वासन दिया गया था किन्तु प्रसासन हमें बसाकर हमें व हमारे परिवार को भूल गया है।
विगत वर्षो से हमारा परिवार अपना जीवन बदहाली मे जीने को मजबूर है हमारे सामने रोजी रोटी के साथ- साथ रोड, नाली, बिजली,पट्टा, पानी ,आंगनवाड़ी व स्कूल जैसी आवश्यक सुविधाओं का भी संकट है।
जिसके लिए हमारे द्वारा समय-समय पर ग्राम पंचायत व शासन प्रशासन के उच्च अधिकारियों से आवेदन -निवेदन भी किया गया जिस पर आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई ।
जिस से प्रताड़ित होकर हम लोगों द्वारा दो- बार आमरण अनशन तक किया गया है किंतु दोनों ही बार हमें पंचायत के जिम्मेदारों तथा शासन प्रशासन के उच्चाधिकारियों द्वारा आश्वासन देकर हमारी भूख हड़ताल को बंद करा दिया गया है।
किंतु हर बार की तरह यह आश्वासन मात्र ही साबित हो रहे हैं। पंचायत के जिम्मेदार सरपंच सचिवों द्वारा हमें राहत दिलाने के नाम पर हम प्रत्येक परिवार से वोटो की मांग की गई थी। जिसे पूरा करने पर भी हमें कोई भी सुविधाएं नहीं दी गई है। अब हम लोगों का भरोसा स्थानीय प्रसासन से उठ गया है।
इसलिए हम लोग समूह बनाकर सिवनी से भोपाल तक पैदल यात्रा कर आपसे मिलने आए है। ताकी आप अपनी लाडली बहनों व् भांजियों की समस्याओं को स्वय समझ व महसूस कर हमें राहत प्रदान करें एवं सर्वप्रथम हमारी ग्राम पंचायत पलारी के भ्रष्ट सरपंच सचिवों पर कार्यवाही करते हुए उन्हें पद से पृथक कर हम बहनों को न्याय प्रदान करें।